मुंबई : भारत को चौथी बार आईसीसी अंडर-19 विश्व कप का खिताब दिलाने वाले कप्तान पृथ्वी शॉ ने जीत का श्रेय अपनी टीम को दिया है। शॉ ने कहा है कि उनकी टीम ने रणनीतियों का सही तरीके से पालन किया और यही उनकी ऐतिहासिक जीत की वजह रही।
शॉ ने भारत लौटने पर कहा, "हम एक बार फिर विश्व कप को वापस लेकर आए और इसमें सभी ने जिसमें सहयोगी स्टाफ भी शामिल है ने काफी मदद की। वह एक साल से हमारे साथ काफी मेहनत कर रहे हैं। हमने जिस तरह से रणनीति बनाई थी उसे हमने मैदान पर सही तरीके से लागू किया और इसलिए हम विश्व कप जीतने में सफल रहे।"
उन्होंने कहा, "मैं बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहा हूं। मैंने काफी स्कूल क्रिकेट खेली है और वहां काफी रन किए हैं और फिर रणजी ट्रॉफी में भी काफी रन किए हैं, लेकिन जब हम भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं तो यह अलग अनुभूति होती है।"
शॉ ने कहा कि उनके लिए यह सफर आसान नहीं रहा है और वह अंत में जीत हासिल कर खुश हैं।
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उन्होंने कहा, "विश्व चैम्पियन बनना, मैं आपको शब्दों में इस भावना को बयां नहीं कर सकता। इसके लिए सभी का शुक्रिया।"
शॉ पाल्घर जिले के पास विरार में रहते हैं। उन्होंने कहा, "विरार में रहते हुए मेरे लिए यह सफर आसान नहीं था। इसका पूरा श्रेय मेरे पिता को जाता है जो मुझे हर जगह ले जाते थे। वह मुझे मैच प्रैक्टिस में भी ले जाते थे जो घर से काफी दूर हुआ करता था।"
उन्होंने कहा, "ट्रेन से वहां तक जाने में दो घंटे लगते थे। उन दिनों यह बहुत मुश्किल होता था। पिछले दो-तीन साल से मैं अंडर-19 खेलने के लिए काफी मेहनत कर रहा था।"
विश्व विजेता कप्तान ने कहा, "यह सिर्फ अनुभव की बात है। आप जब 7-8 साल के होते हो तो आप स्कूल क्रिकेट खेलना शुरू कर देते हो और रन बनाते हो। स्कूल स्तर से जो मेरे कोचों से लेकर राहुल द्रविड़ सर तक सभी ने मुझे कुछ न कुछ सिखाया और वही अनुभव अंतर पैदा करता है।"
शॉ ने विश्व कप में दो अर्धशतक सहित 262 रन बनाए थे। फाइनल में कोच राहुल द्रविड़ की इस युवा टीम ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से मात दी थी।