Manoj Tiwary on Dhoni: ‘सेंचुरी लगाने के बाद अगले ही मैच से क्यों बाहर कर दिया’? महेन्द्र सिंह धोनी से मनोज तिवारी का सवाल वायरल
Manoj Tiwary on Dhoni: बंगाल के 38 साल के इस क्रिकेटर ने 2011 में शतक लगाया था, इसके बाद उन्हें मौका ना मिलने का मलाल
Manoj Tiwary on Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट खेल चुके मनोज तिवारी ने पिछले ही दिनों सभी तरह की प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास का फैसला किया है। बंगाल के 38 बरस के मनोज तिवारी इस रणजी सीजन में बंगाल की टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्होंने अब रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। मनोज तिवारी ने संन्यास का ऐलान करने के बाद ही अपने मन में दबे दर्द को भी साझा करने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
संन्यास के बाद मनोज तिवारी ने मन में दबे दर्द को उजागर
संन्यास के बाद अब मनोज तिवारी ने अपनी भड़ास निकालनी शुरू कर दी है, जिन्होंने अब सीधे तौर पर भारत के पूर्व महान कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को ही टारगेट कर लिया है। मनोज तिवारी ने अब से करीब 13 साल पहले की बात को खोद निकाला है और उन्होंने महेन्द्र सिंह धोनी ने एक बड़ा सवाल कर दिया है, जो मीडिया में पूरी तरह से छाया हुआ है। मनोज तिवारी इन दिनों काफी चर्चा में हैं, क्योंकि उन्होंने रणजी ट्रॉफी को लेकर भी बीसीसीआई पर निशाना साधा था, और अब उन्होंने सीधे महेन्द्र सिंह धोनी से ही सवाल कर दिया है।
शतक लगाने के बावजूद भी क्यों टीम इंडिया से किया गया दूर
भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20आई मैच खेलने वाले मनोज तिवारी ने टीम इंडिया के लिए 2011 में वनडे मैच में शतक लगाया था। उसके बाद उन्हें करीब 7 महीनों के बाद मौका मिला। ऐसे में मनोज तिवारी ने दो-टूक अंदाज में ये पूछा है कि महेन्द्र सिंह धोनी ने उनका सवाल है कि शतक लगाने के बाद भी उन्हें टीम से बाहर क्यों कर दिया गया। आपको बता दें कि धोनी की गैरहाजिरी में वीरेन्द्र सहवाग की कप्तानी में 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मनोज तिवारी ने 104 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद एमएस धोनी की वापसी के बाद तिवारी को टीम इंडिया की प्लेइंग-11 से दूर कर दिया, जिसके बाद उन्हें जुलाई 2012 में फिर से एन्ट्री मिली।
मनोज तिवारी ने कहा, धोनी से पूछूंगा कि शतक बनाने के बाद क्यों कर दिया बाहर
भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने बताया कि उनमें रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसी क्षमताएं हैं, लेकिन उन दोनों को एमएस धोनी से फुल सपोर्ट मिला। इस पूर्व क्रिकेटर ने एक बयान में कहा कि, मैं धोनी से पूछना चाहूंगा कि 2011 में शतक लगाने के बाद मुझे प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों कर दिया गया? मुझमें रोहित शर्मा, विराट कोहली की तरह हीरो बनने की क्षमता थी, लेकिन मैं नहीं बन सका। आज, जब मैं कई लोगों को टीवी पर ज्यादा मौके मिलता देखता हूं, तो मुझे दुख होता है।”