Sexual Assault Case: 14 दिन की रिमांड पर भेजे गए हैदराबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, विदेशी छात्रा से छेड़छाड़ का है आरोप
Sexual Assault Case In Hyderabad: हैदराबाद यूनिवर्सिटी की एक विदेशी छात्रा से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के मामले में प्रोफेसर रवि रंजन को अदालत ने 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
Sexual Assault Case In Hyderabad: हैदराबाद यूनिवर्सिटी की एक विदेशी छात्रा से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के मामले में प्रोफेसर रवि रंजन को अदालत ने 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। हैदराबाद पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। पीड़िता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपी प्रोफेसर को पुलिस ने शनिवार को हिरासत में लिया था। माधपुर के डीसीपी के शिल्पावल्ली ने बताया कि प्रोफेसर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी।
थाईलैंड की रहने वाली है पीड़ित छात्रा
पीड़ित छात्रा थाईलैंड की रहने वाली है और यहां पढ़ाई करती है। छात्रा को न तो हिंदी आती है और ही ठीक से अंग्रेजी आती है। आरोप है कि आरोपी प्रोफेसर ने इसी का फायदा उठाते हुए उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। विदेशी छात्रा के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय कैंपस का माहौल गरम हो गया था। छात्रों ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रोफेसर को निलंबित कर दिया।
प्रोफेसर ने छात्रा को अपने घर बुलाया था
पीड़िता थाई छात्रा को हिंदी के साथ – साथ अंग्रेजी भी ठीक से नहीं आती। वह केवल अपनी मूल भाषा सही से बोल पाती है। इस छात्रा को कथित तौर पर शुक्रवार देर शाम विश्वविद्यालय परिसर के आसपास के क्षेत्र में प्रोफेसर के आवास पर बुलाया गया था। पीड़ित छात्रा ने बताया कि जब वह प्रोफेसर के घर गई तो वह बिल्कुल अकेला था। आरोपी प्रोफेसर ने पीड़ित छात्रा को शराब पीने को कहा और स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की।
विदेशी छात्रा ने एक अन्य प्रोफेसर की मदद से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद जांच करने गई पुलिस टीम ने प्रोफेसर पर धारा 354 और 354 ए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस घटना को यौन उत्पीड़न का मामला नहीं माना है।
रजिस्ट्रार पर मामले को दबाने का आरोप
छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विवि प्रशासन द्वारा जानबूझकर इस मामले से निपटने में उदासीनता दिखाई गई। मुद्दे की गंभीरता के बावजूद रजिस्ट्रार सभी फोन कॉल्स को नजरअंदाज किया और शांति से घर पर सोए रहे। मामला गंभीर होने के बाद विवि प्रशासन ने बयान जारी कर घटना की निंदा की और प्रोफेसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने का आदेश जारी किया।