Blue City Of India: भारत में एक ऐसा शहर भी, जो दीखता है नीली चादर जैसा, खूबसूरती देख दिल आ जाएगा आपका

Blue City Of India: पिंक सिटी तो जयपुर राजस्थान राज्य में है, लेकिन क्या आपको मालूम हैं भारत में नीला शहर भी है। आइए इसके बारे में जानें।

Update:2023-06-22 18:32 IST
Blue City Of India (Pic Credit - Social Media )

Blue City Of India: भारत अन्य सभ्यताओं और अनेक धर्मों में विविधताओं वाला देश है, यहां आपको हर राज्य में एक से अलग वेशभूषा खान पान के साथ घर की बनावट भी देखने को मिलती है। भारत देश में हमें सभी राज्य में तरह तरह की कल्चरल एक्टिविटी देखने को मिलती है। भारत खुद में एक ऐतिहासिक देश है। जिसका हर कोना एक ऐतिहासिक कहानी का साक्षी है। इस देश के हर शहर का अपना महत्व है, जिसके लिए यह विश्व भर में जाने जाते है। इस अपनी अलग महत्वता के बीच ही जयपुर को 'इंडिया की पिक सिटी' के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको देश के ब्लू सिटी के बारे में बताने वाले है, जिसकी सुंदरता आंखों को बखूबी भाति है कहां है यह शहर आखिर क्या है इस शहर की खासियत जानें यहां...

यह शहर वास्तव में अपने आप में काफी दिलचस्प है। यहां की खूबसूरती का नजारा आखों को मोहने वाला है। खासतौर पर सुबह और शाम के वक्त इस शहर की खूबसूरती अपने अलग चरम पर होती है। इस शहर के खासियत के बारे में बहुत कम ही लोग जानते है कि ऐसा भी देश में एक शहर है जो ब्लू सिटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है।

550 साल से भी ज्यादा पुराना है यह शहर

देश में नीले शहर के नाम से जाना, जाने वाला यह शहर राजस्थान में है। राजस्थान में इस बेहद खूबसूरत नीलमणि के रंग जैसा यह शहर करीब 558 साल पहले बसाया गया था। प्राचीन समय में राजस्थान के प्रसिद्ध राजा राव जोधा ने लगभग 500 वर्ष पूर्व इस सुंदर से शहर को बसाया था। राव जोधा, राठौड़ समाज के मुखिया थे, सन 1459 में उन्होंने राजस्थान के इस सुंदर शहर की खोज की थी। राव जोधा जोधपुर के 15वें राजा के नाम से भी जाने जाते है।

कहा है यह ब्लू सिटी

थार रेगिस्तान के किनारे पर स्थित, राजस्थान के जोधपुर शहर को "सन सिटी" भी कहा जाता है, इस शहर का यह नाम गर्मी के दिनों में भारी मात्रा में पड़ने वाली उज्ज्वल और धूप वाले दिनों के अनुभव को देखते हुए रखा गया है। यह शहर प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित सुंदर अलंकारों वालें किलों, महलों, मकबरों, बगीचों, झीलों और मीनारों से घिरा हुआ शहर है। जिसके कारण इस शहर को पर्यटन गतिविधियों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र माना जाता है। 500 साल से भी पहले इस शहर की स्थापना हुई थी जिसके बाद से, शहर में अपना कपड़ा उद्योग, बेस्ट क्वालिटी के फर्नीचर की दुकानों, स्वादिष्ट व्यंजनों और कई अलग प्रकार के आकर्षण देखने को मिले। जिनसे शहर के बीच बाज़ारों में हलचल के साथ प्रसिद्धि हासिल की है।

लेकिन इन सबसे ऊपर इस शहर की महत्त्वता अलग है। सैलानियों(Tourist) को शुष्क भारतीय परिदृश्य(arid Indian landscape) में एक सुन्दर से नीले समुद्र को बनाते हुए देखा जा सकता है। इस शहर में लोग घरों को आकर्षक रंग में नीले रंग की कोटिंग करना नहीं भूलतें है। भारत के सबसे बड़े किलों में से एक जो 15 वीं शताब्दी के दौरान बने थे, उनमें उभरते हुए मेहरानगढ़ किले के ऊपर से एक नजारा, टूरिस्ट के किया आकर्षण का सेंटर बनता है। यह अट्रैक्शन नीले रंग का नजारा दिखाता है, जिसके लिए यह शहर खास तौर पर नीले शहर के नाम से भी जाना जाता है।

जोधपुर शहर को ब्लू सिटी ऑफ इंडिया कहे जाने का बड़ा कारण यह के इमारतों को बनावट और यहां के घर है। इस शहर में मौजूद सभी घरों को चटक नीले रंग से रंगा गया है। जो की काफी आकर्षित करने योग्य दृष्टि गत होता है। यहां तक कि जोधपुर के महलों में भी नीलें रंग के ही पत्थर लगे हुए है। जिसे ऊपर से देखने पर नीली चादर बिछी हुई सी लगती है। रेगिस्तान के बीच बसा यह शहर पहले मारवाड़ के नाम से भी जाना जाता था।

नीले रंग के पीछे यह है वजह

बड़े जानकारों का कहना है कि यहां शहर में घरों पर नीला रंग होने का मुख्य कारण इस रेतीले शहर में पड़ने वाली भयंकर गर्मी है। तपती गर्मी से बचने के लिए यहां घरों को नीले रंग से पेंट किया गया है। दूर से देखने पर ये शहर ऐसा लगता है मानो पूरा शहर ही नीले रंग के चादर में लपेटा गया हो।

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