बहुत खूबसूरत भगवान गौतम बुद्ध के ये मंदिर, दर्शन चाहते हैं तो जरूर जाएं
महात्मा गौतम बुद्ध को मानने वाले लोगों के लिए बिहार का बोधगया सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। इस बोधगया में महात्मा बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे अपने ज्ञान को प्राप्त किया था। जिसके चलते इस जगह को काफी पवित्र माना जाता है।
लखनऊ : महात्मा गौतम बुद्ध (Gautam Budh) के बारे में सभी लोग परिचित है। आज गौतम बुद्ध को केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे नेपाल और दुनियाभर में इनकी पूजा और उपासना की जाती है। आपको बता दें कि बुद्ध अपने 30 वर्ष के जीवन काल में सन्यासी बन गए थे। इन्होंने बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति की थी। जिसके चलते लोग इन्हें बुद्ध नाम से संबोधित करने लगे। आज हम आपको कुछ ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं जहां आप महात्मा बुद्ध के दर्शन कर सकते हैं।
बिहार का बोधगया
महात्मा गौतम बुद्ध को मानने वाले लोगों के लिए बिहार का बोधगया सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। इस बोधगया में महात्मा बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे अपने ज्ञान को प्राप्त किया था। जिसके चलते इस जगह को काफी पवित्र माना जाता है। हर साल इस जगह पर कई पर्यटक लोग घूमने आते हैं। भगवान बुद्ध की उपासना करने आते हैं। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह जगह काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। महात्मा गौतम बुद्ध के दर्शन के लिए इस जगह जरूर जाएं।
वाराणसी का सारनाथ मंदिर
सारनाथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी का एक स्थान है जहां गंगा और वरुण नदियों का संगम है। इस स्थान को महात्मा बुद्ध को मानने वाले लोगों के लिए काफी खास माना जाता है। आपको बता दें कि वाराणसी के सारनाथ मंदिर में महात्मा बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। इन्होंने अपने शिष्य धम्म को पढ़ाया था। इसलिए बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह जगह काफी खास मानी जाती है। सारनाथ मंदिर का निर्माण अशोक ने अपने शासन काल में करवाया था। महात्मा बुद्ध के दर्शन के लिए यह जगह आपके लिए काफी अच्छी रहेगी।
ये भी पढ़े....... विदेशी हस्तियों की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया, अमेरिकी बयान पर बदला रुख
कुशीनगर का महापरिनिर्वाण मंदिर
महात्मा गौतम बुद्ध के अनुयायियों के लिए कुशीनगर का महापरिनिर्वाण मंदिर देखने लायक है। इस मंदिर में हर साल कई पर्यटक लोग दर्शन करने आते हैं। आपको बता दें कि इस मंदिर में महात्मा बुद्ध पंचतत्व में विलीन हो गए थे। इस मंदिर का निर्माण इनके शिष्य स्वामी हरिबला ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से करवाया गया था। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इस मंदिर में 6 फीट की लंबी मूर्ति है जो एक चुनरी से हमेशा ढकी रहती है। बौद्ध के दर्शन के लिए इस मंदिर में जरूर जाएं।
ये भी पढ़े....... कंगना पर फिर एक्शन: डिलीट हुए कंगना के ट्वीट्स, हुआ नियमों का उल्लंघन
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।