Chhattisgarh Famous Temple: भारत में यहां बन रहा बहुत ही अलग मंदिर, 14 साल से हो रहा मंदिर का निर्माण

Chhattisgarh Durg Famous Temple: भारत में आपको कई यूनिक और पौराणिक मान्यताओं वाले मंदिर देखने को मिलते है, यहां हम आपको एक अलग मंदिर के बारे में बताने जा रहे है..

Update:2024-09-28 06:31 IST

Chhattisgarh Famous Temple (Pic Credit-Social Media)

Chhattisgarh Durg Famous Jyoti Kalash Temple: आपने भारत में कई प्राचीन मंदिर के बारे में सुना होगा और उसके पीछे की कहानी भी जानने को इच्छा रखते होंगे। आपने कभी सोचा है कि भारत में कई विचित्र मंदिर भी है, विचित्र बनावट से, मान्यता से यहां हम आपको निर्माण में विचित्र मंदिर के बारे में बताने जा रहे है। आपने ईट, सीमेंट, बलुआ पत्थर, संगमरमर, चुना पत्थर से बने कई मंदिर देखें होंगे। लेकिन क्या आपने कभी ज्योति कलश से बना मंदिर देखा है? अगर नहीं देखा है तो यहां पर हम आपको मंदिर के बारे में बताएंगे..

यहां है विचित्र मंदिर

भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर धमधा थाना क्षेत्र में एक बहुत ही विचित्र मंदिर है। यह मंदिर राज्य के साथ देशभर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर इसलाए खास है क्योंकि यह मिट्टी के ज्योति कलश से बना हुआ मंदिर देश का इकलौता मंदिर है। मंदिर का पूरा निर्माण ज्योति कलश और दीयों से किया जा रहा है। यह मंदिर भगवान पवन पुत्र हनुमान को समर्पित हैं, मंदिर के अंदर भगवान हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई है।


मिट्टी के ज्योति कलश से हो रहा मंदिर निर्माण

इस मंदिर के पुजारी नरेंद्र बाबा का कहना है कि इस मंदिर को बनाने के पीछे एक लक्ष्य है। बात यह है कि नवरात्र और दीपावली के समय लोग 9 दिन मां दुर्गा की पूजा करने के साथ-साथ कलश में दीप जलाते हैं और 9 दिन बाद कलश को तालाब या नदी में विसर्जित कर देते हैं। विसर्जित कलश को लोगों के पैरों में लगता देख मुझे बहुत दुख होता था, क्योंकि भगवान की पूजा में लगी सामग्री भी भगवान के समान है। लेकिन लोगों के पैरों से पड़ता देखकर अच्छा नहीं लगता था। कलश और दीप को इकट्ठा कर बड़े मंदिर का निर्माण करने का ख्याल आया। तबसे कलश और पड़े दीयों को इकट्ठा करना शुरू किया और धीरे-धीरे कलश और दीए के सहारे मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया है। मंदिर में भगवान हनुमान जी की प्रतिमा है और चारों तरफ मंदिर के निर्माण में ज्योति कलश और दीया लगाया जा रहा है।


मंदिर में लाखों कलश का प्रयोग

मंदिर का निर्माण कार्य 14 साल पहले शुरू किया गया था। अब तक मंदिर में एक लाख से ज्यादा कलश और दीए लगाए जा चुके है। यह मंदिर लगभग 50 फीट की ऊंचाई तक बन चुका है और अब भी इसका नियम कार्य जारी है। लोग अपनी श्रद्धा से मंदिर निर्माण के लिए लगातार दान कर रहे हैं और आस्था मंदिर के प्रति बढ़ रही है। अब तक मंदिर निर्माण के लिए मां दंतेश्वरी, मां बमलेश्वरी, मां महामाया मंदिर से मिट्टी के कलश लाया जा चुका है।अभी भी मंदिर निर्माण के कार्य में समय है।


अन्य राज्यों से देखने आते हैं श्रद्धालु

मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर देश का पहला मंदिर है जो मिट्टी के कलश से बना हुआ है. उनका दावा है कि पूरे देश में ऐसा कोई भी मंदिर नहीं है. मंदिर को देखने के लिए कई राज्यों से लोग आते हैं और पूजा अर्चना कर मंदिर के बारे में पूछते हैं और फोटो भी खिंचाते हैं।



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