Litti Chokha In Deoria: देवरिया बस स्टेशन है लिट्टी चोखा खाने वालों के लिए स्वर्ग, आप भी जरूर जाएँ
Litti Chokha In Deoria: लिट्टी गेहूं के आटे की बनी होती है, जो भुने हुए बेसन (सत्तू), मसालों और कभी-कभी अजवाइन जैसी जड़ी-बूटियों के मिश्रण से भरी होती है। सत्तू का भरावन बेसन को भूनकर और इसे सरसों के तेल, कटा हुआ प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, अदरक और कई अन्य मसालों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। सभी दूकानदार लिट्टी को आमतौर पर कोयले की आंच पर पकाते हैं। उन्हें तब तक पकाते हैं जब तक कि वे सुनहरे भूरे रंग की न हो जाएं और पक न जाएं।
Litti Chokha In Deoria: बिहार का प्रसिद्ध भोजन अब इंटरनेशनल हो चुका है। ऐसे में बिहार से सटे यूपी का जिला देवरिया इससे कैसे अछूता रहता रहता। अब देवरिया में लिट्टी चोखा उतना ही प्रसिद्ध है जितना की बिहार या कहीं और। घरों में तो यह एक चाव से खाया जाने वाला डिश तो है ही, देवरिया के बस स्टेशन पर आपको एक कतार से कई दुकानें सिर्फ लिट्टी चोखा की मिल जाएँगी।
अगर आप देवरिया में हैं और लिट्टी चोखा खाना है इधर उधर ना जाकर सीधे देवरिया के बस स्टेशन आइये। यहाँ आपको कम से कम 30 दुकानें लिट्टी चोखा परोसती मिल जाएँगी। लिट्टी चोखा की ये दुकानें यहाँ पर कुछ बस स्टेशन के ठीक सामने देवरिया से सलेमपुर जाने वाले रोड पर हैं। इस क्षेत्र को सिविल लाइन के नाम से भी जाना जाता है।
क्या खास है यहाँ के लिट्टी चोखा में
यहाँ का लिट्टी चोखा बाकि जगहों से इस मामले में अलग है कि यहाँ इसके साथ दाल नहीं परोसी जाती है। यहाँ का लिट्टी चोखा न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि अच्छी मात्रा में ऊर्जा और पोषक तत्व भी प्रदान करता है। यह स्थानीय लोगों का पसंदीदा है और अपने अनूठे स्वाद और सांस्कृतिक महत्व के कारण भारत के विभिन्न हिस्सों और उससे परे भी लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
यहाँ की लिट्टी गेहूं के आटे की बनी होती है, जो भुने हुए बेसन (सत्तू), मसालों और कभी-कभी अजवाइन जैसी जड़ी-बूटियों के मिश्रण से भरी होती है। सत्तू का भरावन बेसन को भूनकर और इसे सरसों के तेल, कटा हुआ प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, अदरक और कई अन्य मसालों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। सभी दूकानदार लिट्टी को आमतौर पर कोयले की आंच पर पकाते हैं। उन्हें तब तक पकाते हैं जब तक कि वे सुनहरे भूरे रंग की न हो जाएं और पक न जाएं।
यहाँ का चोखा एकदम मसालेदार होता है। यहाँ सबसे आम संस्करण बैंगन चोखा है, जिसमें मुख्य सामग्री के रूप में भुने हुए बैंगन का उपयोग किया जाता है। भुने हुए बैंगन को प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, सरसों का तेल और कभी-कभी धनिया पत्ती के साथ मिलाया जाता है। चोखा की अन्य किस्मों को भुने हुए टमाटर, आलू या कच्चे पपीते का उपयोग करके भी बनाया जा सकता है।
यहाँ पर लिट्टी चोखा आमतौर पर संपूर्ण भोजन के रूप में परोसा जाता है। चोखा के साथ और कभी-कभी टमाटर या हरी मिर्च से बनी चटनी के साथ परोसने से पहले लिट्टी को अक्सर तोड़ दिया जाता है और घी से भर दिया जाता है। आमतौर पर यहाँ के दुकानदार पांच लिट्टी के साथ चोखा, चटनी और हरी मिर्च के साथ परोसते हैं।
आपको बता दें कि यहाँ पर सभी तो नहीं लेकिन कुछ आउटलेट लिट्टी के साथ मटन और चिकन भी परोसते हैं। मटन और चिकेन भी बिल्कुल देशी अंदाज में बनाया जाता है।
क्या होती है कीमत
बता दें कि देवरिया बस स्टेशन के सामने सभी लिट्टी चोखा की दुकान पर कीमत बहुत ही कम है। यहाँ पर 30 रुपये में आप एक प्लेट लिट्टी चोखा आसानी से खा सकते हैं। एक प्लेट में आपको पांच लिट्टी, साथ में चोखा, चटनी, अचार और हरी मिर्च मिलती है। इसके अलावा कई दुकानों पर लिट्टी के साथ मटन और चिकन भी परोसा जाता है। लिट्टी के साथ मटन की कीमत १२० रुपये तो वहीँ लिट्टी के साथ चिकेन की कीमत 80 से 100 रुपये के बीच होता है।
कैसे पंहुचे लखनऊ से देवरिया
देवरिया सड़क और रेल रूट दोनों से जुड़ा हुआ है। लखनऊ से यहाँ रेल और सड़क दोनों माध्यम से आसानी से पंहुचा जा सकता है। लखनऊ से रोड से जाने में लगभग 8 घंटे तो वहीँ ट्रेन से यहाँ 8-10 घंटे में आसानी से पंहुचा जा सकता है। देवरिया से लखनऊ के लिए ट्रेन और बस दोनों की सुविधा है। गोरखपुर के बाद बिहार जाते समय देवरिया ही एक बड़ा शहर है।