OMG! दुनिया का वह गांव जहां नहीं है सड़क, लेकिन पर्यटकों का रहता है तांता, जानिए कैसे रहते हैं लोग
Village Without Roads: आप जिस बारे में सोच भी नहीं सकते दुनिया के हिस्से में एक ऐसी जगह है जहां लोग ऐसा ही जीवन जी रहे हैं।
Village Without Roads: बेड से पैर नीचे रखते ही हम जमीन ढूंढते हैं, घर से बाहर निकलते ही हम सड़क की तलाश करते हैं। जो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाने का काम करते हैं, लेकिन आज के समय में क्या आप बिना सड़क के अपनी जीवन सोच सकते हैं। सोचिए क्या हो अगर घर से बाहर निकलने पर आप को सड़क ही न मिले। एक जगह से दूसरी जगह तक जाने के लिए आपको रोड ही न मिले, आप जिस बारे में सोच भी नहीं सकते दुनिया के हिस्से में एक ऐसी जगह है जहां लोग ऐसा ही जीवन जी रहे हैं। यह एक गांव हैं जहां सड़क ही नहीं है। घरों से बाहर निकलते ही लोगों के सामने सिवाए पानी के और कुछ नहीं होता है। तो किस तरह इस गांव में रहने वाले लोग अपना जीवन जीते हैं, आइए जानते हैं।
बेहद ही खूबसूरत दुनिया का यह गांव
नीदरलैंड में है यह गांव
यह गांव नीदरलैंड का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, जहां लोग बिना किसी सड़क के अपना जीवन बिता रहे हैं। इस गांव का नाम है गिथॉर्न जहां परिवहन के लिए आपको किसी तरह की कोई सड़क नहीं मिलेगी। इस जगह को दक्षिण का वेनिस भी कहा जाता है, जो नीदरलैंड का वेनिस के नाम से भी जाना जाता है। यहां भले ही कोई सड़क नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद भी यह गांव बेहद ही सुंदर और प्यारा है। नीदरलैंड्स के ओवराइसल प्रांत में स्थित इस खूबसूरत गांव में पूरे साल पर्यटकों का तांता लगा रहता है।
सड़क न होने का यह है कारण
यह गांव पूरी तरह से नहरों से घिरा हुआ है, जहां एक जगह से दूसरी जगह तक जाने के लिए बोट का इस्तेमाल किया जाता है। यहां आपको सड़के नहीं दिखेंगी और नहरों में हर तरह की बोट आप यहां पर देख सकते हैं। यहां लोगों के पास अपना बोट होता है, कोई इलेक्ट्रिक मोटर वाली बोट इस्तेमाल करता है तो कोई लकड़ी की नाव के सहारे आवाजाही का काम पूरा करता है। इस गांव में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए लोगों ने लकड़ी के छोटे-छोटे पुलों का निर्माण किया हुआ है।
बेहद ही सुंदर है गिथॉर्न गांव
नीदरलैंड का गिथॉर्न गांव की खूबसूरती के बारे में लोगों ने कई बाते कहीं हैं, यानी अपनी खूबसूरती के लिए यह गांव लोगों की चर्चा में रहता है। यहां सुंदर झीलें, फूल और लकड़ी के छोटे-छोटे पुल इस गांव की सुंदरता को और भी बढ़ा देते हैं। यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को अपनी कार गांव के बाहर ही खड़ी करनी पड़ती है। आने-जाने के लिए के लिए यहां के स्थानीय छोटी नावों का इस्तेमाल करते हैं। इस गांव के अंदर पैदल भी घूमा जा सकता है।
सिर्फ 3000 लोग करते हैं निवास
सड़कें न होने के कारण यहां के लोग गाड़ी या बाइक का इस्तेमाल नहीं करते, इसलिए यहां किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं है। इस गांव में करीब 3000 लोग निवास करते हैं, क्योंकि यहां जनसंख्या बेहद कम है और लोगों के पास आवाजाही के बेहतर विकल्प भी नहीं हैं जिस वजह से इस गांव में ज्यादातर शांति का माहौल ही रहता है। बताया गया है कि साल 1230 में इस गांव को स्थापित किया गया था, लोगों का मानना है कि 1170 में यहां भयंकर बाढ़ आई थी, तब से अब तक इस गांव का पानी सूखा ही नहीं और यहां नहरों का रूप ले लिया।