Jhansi Famous Place: झांसी में घूमने के लिए बेस्ट है गंगाधर राव की छत्री, जिसके पास हैं कई शानदार जगहें

Maharaja Gangadhar Rao ki Chatri: यह स्मारक महाराजा गंगाधर राव को समर्पित है, जो एक मोहक वास्तुकला का प्रदर्शन करती है। यह स्मारक झांसी के किले से करीब 2 किमी की दूरी पर स्थित है।

Update: 2023-05-03 17:56 GMT
Maharaja Gangadhar Rao ki Chatri (Image- Social media)

Maharaja Gangadhar Rao ki Chatri: झांसी में बनी महाराजा गंगाधर राव की स्मारक को ही महाराजा की छत्री कहा जाता है। जोकि महारानी लक्ष्मी बाई द्वारा बनवाई गई थी, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई गंगाधर राव की पत्नी भी हैं। यह स्मारक महाराजा गंगाधर राव को समर्पित है, जो एक मोहक वास्तुकला का प्रदर्शन करती है। यह स्मारक झांसी के किले से करीब 2 किमी की दूरी पर स्थित है। स्मारक के इस मकबरे के चारों ओर शास्त्र हैं और यह सुंदर बगीचे और फूलों से ढका हुआ है।

रानी लक्ष्मीबाई ने बनवाई थी गंगाधर राव की छत्री

दीवारों पर की गई है नक्काशीदार

इस स्मारक के चारों तरफ सुंदर शानदार और हरे-भरे बाग बगीचे बनवाए गए हैं, जो दिखने में तो सुंदर है ही इसके साथ ही यह वास्तुशिल्प के डिजाइनों से घिरा हुआ है। यहां की दीवारों पर आप शानदार नक्काशीदार का दीदार कर सकते हैं। जो दिखने में जितना सुंदर है, उतना ही शानदार भी है।

गंगाधर राव की छत्री के पास फेमस जगह

राजा महल (Raja Mahal)

राजा महल झांसी में एक बेहद बेहतरीन वास्तुकला प्रदर्शन करती है। राजा गंगाधर राव का यह महल को 18वीं सदी में बनाकर तैयार किया गया था। जहां आप अलग-अलग तरह के चित्रों को देख सकते हैं। यह सेनोटाफ से लगभग 1.5 किमी दूर है जहां आप निजी वाहन या रिक्शा से पहुंच सकते हैं।

बरुआ सागर (Barua Sagar)

बरुआ सागर झांसी शहर में स्थित एक बेहद ही खास और जाना माना सागर है, जो शहर की एक बेहद ही शानदार झील भी कही जाती है। यह महाराजा झील से लगभग 21 किमी की दूरी पर स्थित है। यदि आप झांसी में अपनी सांस्कृतिक का अनुभव करना चाहते हैं तो इस जगह पर जरूर आएं।

लक्ष्मी तालाब और लक्ष्मी मंदिर

लक्ष्मी तालाब शहर का एक बेहद ही सुंदर तालाब है, जो सांस्कृतिक गतिविधियों की मेजबानी के लिए जाना जाता है। इस सुंदर तालाब के पास ही आपको भव्य लक्ष्मी मंदिर का दर्शन करने का अवसर भी मिल जाता है। यह सुंदर मंदिर मां लक्ष्मी को समर्पित है और एक इस मंदिर का निर्माण भी एक महल की तरह ही किया गया है। कहा जाता है कि इसी मंदिर में महारानी लक्ष्मी बाई पूजा-अर्चना के लिए आया करती थी।

किस तरह पहुंचे राव की छत्री

वायु: अगर आप वायु मार्ग से इस स्थान पर आ रहे हैं तो ग्वालियर हवाई अड्डा आपको सबसे पास पड़ेगा। जहां से किसी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यहां तक आ सकते हैं।

रेल: राजा गंगाधर राव के स्मारक तक पहुंचने के लिए सबसे पास झांसी रेलवे स्टेशन है। जिसके बाद आप ऑटो, टैक्सी या परिवहन का कोई अन्य स्थानीय साधन लेकर यहां तक पहुंच सकते हैं।

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