Pathankot Famous Tourist Places: ये है पठानकोट में घूमने की बेस्ट जगह, एक बार जरूर करें दीदार
Pathankot Famous Tourist Places: परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताने की बात आती है तो किसी अच्छी जगह पर जाने के बारे में सोचा जाता हैं। हम आपको शानदार जगहों के बारे में बताते हैं।
Pathankot Famous Tourist Places: पठानकोट भारत के पंजाब राज्य के में स्थित एक नगर है। 1849 से पहले यह नूरपुर की राजधानी था। 2011 में यह नगठित पठानकोट जिले की राजधानी बन गया। पठानकोट शिवालिक शृंखलाओं में स्थित है। शहर 331 मीटर की ऊँचाई पर बसा हुआ है। जम्मू और कश्मीर राज्य की सीमा बहुत समीप है और उस राज्य के कठुआ नगर को कभी-कभी पठानकोट का जुड़वा शहर माना जाता है। पठानकोट से समीप के हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा व डलहौजी पर्यटक स्थलों के लिए बसें जाती हैं।
पंजाब राज्य में मुख्य भाषा पंजाबी बोली जाती है और पठानकोट में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। पठानकोट कांगड़ा की तलहटी में स्थित है, जो हरी भरी सुंदरता और एक समृद्ध ऐतिहासिक अतीत के लिए जाना जाता है। पठानकोट को जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार के रूप में भी जाना जाता है, इसीलिए अक्सर हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर की यात्रा पर जाने वाले पर्यटक पठानकोट में भी रुकते है। पठानकोट की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध इतिहास ने इसे पंजाब का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बना दिया है, जो अपने कुछ पर्यटन और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक स्थल के साथ साथ पठानकोट वर्तमान में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के रक्षा बलों लिए आधार स्थल के रूप में भी कार्य करता है।
पठानकोट के पर्यटक स्थल
मुक्तेश्वर मंदिर
मुक्तेश्वर मंदिर पठानकोट के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक है। भगवान शिव को समर्पित मुक्तेश्वर मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जिसे लगभग 350 साल पुराना माना जाता है। यह मंदिर मुक्तेश्वर नामक हिल्स स्टेशन पर स्थित जिसे मंदिर से अपना नाम प्राप्त हुआ है। इस मंदिर में एक सफेद संगमरमर का शिव लिंग मौजूद है, जिसमें एक तांबे का योनी है। शिव लिंग के अलावा मंदिर में भगवान गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, पार्वती, हनुमान, और नंदी सहित अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।
मंदिर खुलने का समय - सुबह 7.00 बजे से शाम 7.00 बजे तक
नूरपुर किला पठानकोट
पठानकोट के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में शुमार “नूरपुर किला” एक 900 साल पुराना किला है। यह किला प्राचीन में पठानकोट की अद्भुत संरचनाओं में से एक था, इसी कारण इस किले को अंग्रेजों द्वारा नष्ट कर दिया गया था और फिर बचा हुआ कुछ हिस्सा 1905 में भूकंप से ध्वस्त हो गया। लेकिन फिर भी आज यहाँ किले का कुछ हिस्सा मौजूद है जो पर्यटकों को इसकी ऐतिहासिक सुन्दरता का अनुभव प्रदान करता है। नूरपुर किला का निर्माण पठानिया राजपूतों द्वारा किया गया था जिसे बाद में शाहजहाँ ने अपनी प्यारी पत्नी नूरजहाँ के नाम पर इसका नाम रखा था। बता दे यह किला अपनी संरचना के साथ साथ आंतरिक गर्भगृह में स्थित अपने प्राचीन कृष्ण मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे 16 वीं शताब्दी में बनाया गया था। यह एकमात्र ऐसी जगह है जहाँ भगवान कृष्ण और मीरा बाई की दोनों मूर्तियों की एक साथ पूजा की जाती है। इसीलिए यह मंदिर पर्यटकों के साथ साथ कृष्णा और मीराबाई के भक्तो के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
रणजीत सागर बांध
रणजीत सागर बांध फ्रेंड्स और फैमली के साथ पठानकोट के 1 दिन की ट्रिप को एन्जॉय करने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है, क्योंकि यह पठानकोट के पास कई पिकनिक स्पॉट समेटे हुए है। रणजीत सागर बांध थिएन बांध के रूप में भी जाना जाता है जिसे रावी नदी पर बनाया गया है। रणजीत सागर बांध पंजाब राज्य सरकार की पनबिजली परियोजना का एक हिस्सा है जो 2001 में पूरा हुआ है।
शाहपुरकंडी किला
हिमालय की सुरम्य तलहटी में रावी नदी के तट पर बसा शाहपुरकंडी किला पठानकोट के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल (Famous Tourist Places of Pathankot in Hindi) में से एक है। शाहपुरकंडी किला का निर्माण 1505 में शाहजहाँ के राजपूत प्रमुख जसपाल सिंह पठानिया द्वारा नूरपुर और कांगड़ा के क्षेत्रों की रक्षा के लिए किया गया था। किले का एक हिस्सा अब पर्यटकों के लिए एक विश्राम गृह के रूप में कार्य करता है और पठानकोट शहर के लुभावने दृश्य प्रदान करता है। यदि आप पठानकोट के प्रमुख पर्यटक स्थल की यात्रा पर हैं, तो शाहपुरकंडी किला एक ऐसा पर्यटक स्थल जिसे आप बिलकुल मिस नही करना चाहेगें।
काठगढ़ मंदिर, पठानकोट
काठगढ़ मंदिर पठानकोट के काठगढ़ गाँव में स्थित है, जो अपने 6 फुट ऊँचे शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर पौराणिक ग्रंथो में भी काफी महत्व रखता है जिसके अनुसार माना जाता है भगवान राम की खोज के दौरान भरत द्वारा इस मंदिर का दौरा किया गया था।