Tourism: लोगों को पसंद आ रहा है स्लीप टूरिज्म, भागदौड़ से दूर गुजार रहे सुकून भरी जिंदगी

What is Sleep Tourism: आजकल हर व्यक्ति दौड़ भाग से दूर शांति भरी जिंदगी जीना पसंद करता है। यही वजह रही है की स्लिप टूरिज्म पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ गया है।

Update:2024-08-02 16:21 IST

What is Sleep Tourism (Photos - Social Media)

What is Sleep Tourism : कोरोना काल जब से आकर गया है उसके बाद से लोगों ने अपना स्वास्थ्य पर ध्यान देना काफी ज्यादा शुरू कर दिया है। लोगों के बीच सुकून भरी नींद को लेकर काफी ज्यादा क्यूरियोसिटी आ गई है। इसी बीच स्लिप टूरिज्म भी विकसित हुआ है जिसमें व्यक्ति 8:00 बजे सोने चला जाता है और शहर की भाग दौड़ भरी जिंदगी से उसे शांत जगह पर रहने का मौका मिलता है। इतना ही नहीं इस पर्यटन में काम से थोड़े दिन की छुट्टी लेकर अकेले घूमने का शौक भी पूरा हो जाता है।

रिलैक्स होने का तरीका है स्लिप टूरिज्म 

स्लिप टूरिज्म रिलैक्स होने की तकनीक है जो विदेशों में काफी ज्यादा पॉपुलर है। शांत वातावरण होने की वजह से स्ट्रेस कम करने में मदद मिलती है। ऐसा होने से व्यक्ति किस लिए क्वालिटी बूस्ट होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर व्यक्ति की नींद पूरी होती है तो स्ट्रेस लेवल कम हो जाता है।

What is Sleep Tourism

बड़े शहरों में बढ़ा स्लिप टूरिज्म का क्रेज 

स्लिप टूरिज्म का क्रेज अधिकतर बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के बीच बढ़ गया है। इन शहरों में भाग दौड़ और काम के प्रेशर के साथ ट्रैवलिंग भी ज्यादा होती है इसलिए सिर्फ टूरिज्म में तेजी से विकसित हो रहा है। होटल और रिसॉर्ट स्लिप टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह के लुभाने ऑफर निकल रहे हैं।

कैसा होता है स्लीप टूरिज्म

इस यात्रा पर निकलने से पहले, आपको इसके बारे में उचित जानकारी की आवश्यकता है। स्लीप टूरिज्म में नींद के घंटों के साथ-साथ योग, तैराकी, स्पा उपचार, पार्लर सत्र और कुछ स्वस्थ भोजन विकल्प जैसे कुछ अतिरिक्त लाभ शामिल हैं। इस तरह की यात्रा आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कामकाजी पेशेवर, जो तनावपूर्ण जीवन जीते हैं, स्लीप टूरिज्म के लक्षित ग्राहक हैं।

What is Sleep Tourism

क्या है स्लीप टूरिज्म? 

स्लीप टूरिज्म को ‘नैप्सेशन’ या ‘नैप हॉलिडे’ भी कहा जाता है। इसमें लोग दर्शनीय स्थलों की यात्रा के बजाय आराम और तनावमुक्त नींद लेते हैं। इसका उद्देश्य नींद की गुणवत्ता, पैटर्न और सेहत को बेहतर बनाना है, जिससे मन और शरीर को डिटॉक्स कर वर्तमान पर फोकस किया जा सके। 

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