नोएडा के आमिर ने 852 रेजिमेंट के लिए बनाया गाना, सेना ने दिया सम्मान

Update: 2016-07-30 05:22 GMT

नोएडा: कोई भी वार (युद्ध) हो, सेना के जवानों में साहस ही भरता है। उनके इसी हौसले को बढ़ाने के लिए, अपनी आवाज और गाने के जरिए नोएडा के भारतीय सेना की 852 लाइट रेजिमेंट ने गाना बनाया।

इस बटालियन का मानना है कि इस गाने को सुनते ही जवानों का हौसला बुलंद हो जाता है। इस गाने और जोश के लिए आमिर हसन को बटालियन की ओर से

सम्मानित भी किया गया।

ये गाना लिखा है साफ्टवेयर इंजीनियर आमिर हसन ने

नोयडा के सेक्टर-73 के निवासी आमिर हसन पेशे से साफ्टवेयर इंजीनियर है। उन्होंने बटालियन के लिए शूरवीरों में श्रेष्ठ हम नाम से लिखा गाना गाया। ये गाना सेना के जवानों में जोश भरने के लिए काफी है। इसके अलावा आमिर ने इंडियन आर्मी, मध्य प्रदेश सरकार, होम गार्ड जैसे कई संस्थानों के लिए गाना

कंपोज किया है। उनकी इस कला का सम्मान सभी संस्थाओं ने किया है।

52 गानों के बाद आया इस गाने का आइडिया

देशभक्ति, प्रेम और जीवन के संघर्ष पर गाना लिखने वाले आमिर के लिए ये गौरव का पल था। आमिर ने बताया की 52 गाने सोचने के बाद उन्होंने ये गाना कंपोज किया था । जिसको बटालियन ने अपना गाना बना लिया। इस गाने की आवाज और धुन हंसराज ने तैयार की है।

पिता से मिली प्रेरणा

आमिर हसन ने बताया कि उनके पिता बदौही जिले में बीएसएनएल में थे। महज छह साल की उम्र से पिता आमिर को १५ अगस्त पर ऑफिस ले जाते थे। जहां सभी लोग उनसे देशभक्ति के गाने सुनते थे। इसके बाद से देशभक्ति की भावना पैदा हुई। पिता मोहम्मद नूरुल हसन ने खुशी है कि उनका बेटा सैनिकों में जोश भरने में सक्षम रहा है।

कई तरह के म्यूजिकल इंस्ट्रुमेंटल में दक्ष

आमिर ने बताया की वो 6 साल की उम्र से ही म्यूजिक सीख रहे हैं। वे कई तरह के म्यूजिकल इंस्ट्रुमेंटल बजा लेते है। वे देश के कई शहरों में कन्सर्ट कर चुके है।

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