कम सैलरी पर काम करने से अच्छा है बेरोजगार होना, रिसर्च में निकला नतीजा

Update: 2017-11-25 05:35 GMT

जयपुर: आजकल लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या जो है वो काम ना मिलने की है मतलब बेरोजगारी की। अगर काम मिल भी जाए तो सैलरी की समस्या। एक रिसर्च में कहा गया है कि बेरोजगारी की तुलना में कम सैलरी वाले लोग ज्यादा बीमार होते हैं। उनमें तनाव का स्तर ज्यादा होता है, जिस वजह से वह बार-बार बीमार पड़ते हैं।

हाल में हुई एक रिसर्च के अनुसार, इस बात का दावा किया गया है कि जो लोग बेरोजगार होते हैं वह कम बीमार पड़ते हैं, जबकि जो लोग कम सैलरी पर काम करते हैं वह ज्यादा बीमार पड़ते हैं।

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ब्रिटेन में मैनचेस्टर युनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने साल 2009 से 2010 में एक साल के दौरान 35 से 75 साल की आयु के एक हजार बेरोजगार लोगों को ऑब्सर्व किया। इस दौरान इन लोगों के स्वास्थ्य और हार्मोन्स पर होने वाले बदलावों पर नजर रखी गई। एक साल के ऑब्सर्वेशन और इकट्ठा किए गए आंकड़ों के आधार पर यह नतीजा निकाला गया कि बेरोजगार लोगों की तुलना में वह लोग ज्यादा बीमार होते हैं, जो कम सैलरी में काम करते हैं। यह रिसर्च इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमायलॉजी में प्रकाशित किया गया।

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