जानलेवा पैनक्रिएटिक कैंसर से जूझ रहे हैं गोवा के सीएम, जानिए कारण और इलाज
लखनऊ : गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर को कैंसर है। अभीतक ये बातें ढकी छुपी आ रही थीं। लेकिन गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने नॉर्थ गोवा में इमरजेंसी केयर सेंटर के उद्धाटन समारोह में कहा कि, वो गोवा के सीएम हैं और ये हकीकत है कि वो ठीक नहीं हैं। उन्हें पैनक्रिएटिक कैंसर है। अब वो अपने घर पर हैं। उन्हें अपने परिवार के साथ शांति से रहने दीजिए।
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आइए जानते हैं क्या होता है पैनक्रिएटिक कैंसर
पहले आपको बताते हैं पैनक्रियाज के बारे में। पैनक्रियाज को कहते हैं अग्नाशय। अग्नाशय एक ग्रंथि है, जो पाचन तंत्र का हिस्सा है। यह पेट के ऊपरी बाएं भाग में काफी गहराई में होते हैं।
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पैनक्रियाज का काम क्या है
यह इंसुलिन के साथ ही कई महत्वपूर्ण एंजाइम्स और हार्मोन्स पैदा करता है। एंजाइम्स और पाचक रस, पैनक्रियाज से निकलकर छोटी आंत में जाते हैं। जहां ये खाए हुए खाने को ऊर्जा में बदल देते हैं। इसी से शरीर को ताकत मिलती है।
पैनक्रियाज जो इंसुलिन बनाते हैं वो खून में मिलकर शरीर के ग्लूकोज स्तर को कंट्रोल करते हैं।
अब आपको बताते हैं इससे जुड़े कैंसर के बारे में। मेडिकल साइंस में इसे साइलेंट किलर माना जाता है। इसके लक्षण जल्दी पहचान में नहीं आते और जब पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। सिगरेट के सेवन और हरी सब्जियों के सेवन ना करने से ये शरीर को जल्दी अपना शिकार बनाता है।
इस कैंसर के होने पर पेट में असहनीय दर्द होता है। कुछ पीड़ितों का वजन तेजी से गिरने लगता है। कुछ को पीलिया हो जाती है। कुछ के नाक से खून बहना शुरू हो जाता है। कुछ को भूख कम लगने लगती है।
इलाज से मिलता है सिर्फ कुछ समय
- सर्जरी
सर्जरी के साथ बड़ा पेंच है जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं इसके लक्षण देर से पता चलते हैं। ऐसे में सर्जरी का सक्सेस रेट 15 से 20 परसेंट ही रह जाता है।
- रेडियोथेरेपी
इससे कैंसर ग्रस्त हिस्से को रेडियो किरणों द्वारा नष्ट किया जाता है।
- कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी में दवाएं कैंसर सेल्स को या तो समाप्त करती हैं या उन्हें बढ़ने से रोकती हैं। जब कैंसर अधिक बढ़ जाता है तब कीमोथेरेपी, सर्जरी और रेडियोथेरेपी एक साथ की जाती है।