लखनऊ: गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में बच्चों की हुई मौत के हादसे से विवादों में आई योगी सरकार अब हर क़दम मे फूंक-फूंक कर रखने लगी है। जन्माष्टमी में होने वाले समारोह को लेकर खुद मुख्यमंत्री ने निर्देश जारी किए हैं कि इन समारोह में भव्यता के साथ शालीनता का भी ध्यान रखा जाए।
पिछले कई वर्षों से जन्माष्टमी समारोह में पुलिस थानों और पुलिस के कार्यक्रमों में बार बालाओं के डांस जैसी कई वाकये सामने आए हैं। ऐसे में योगी सरकार किसी भी तरह से अब नए विवाद मोल लेने को तैयार नहीं दिखती।
क्या कहा है आदेश में
मुख्यमंत्री सूचना परिसर की तरफ से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि जन्माष्टमी के मौके पर पुलिस विभाग में होने वाले कार्यक्रमों में भव्यता के साथ पूरी शालीनता बनाए रखने का निर्देश सी एम ने दिया है। यह भी लिखा है कि पिछले कुछ समय में ऐसे आयोजन बाधित कर दिए गए थे।
साथ ही इन आयोजनों में भारतीय संस्कृति का ध्यान रखना और भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही इसे मनाने के निर्देश दिए गए हैं। इन आदेशों के बाद पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने भी SSP, SP रेलवे, कप्तानों, पीएससी के सेनानायकों को इस विषय में निर्देश जारी कर दिए।
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एक तीर से कई निशाने
जारी किए गए प्रश्न नोट में जहां एक तरफ विवादों से बचने की कवायद है। वहीं फिर प्रेस नोट में एक तीर से कई निशाने साधे गए हैं। इस प्रेस नोट में लिखा गया है कि जन्माष्टमी के कार्यक्रमों को पिछले कुछ वर्षों में बाधित कर दिया गया था। ऐसा कहकर योगी सरकार पिछली अखिलेश सरकार पर जहां निशाना साध रही है, वहीं खुद के भारतीय संस्कृति के पोषक होने का एक बार फिर सबूत दे रही है।
इसके साथ ही विवादों से बचने का निर्देश देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आप किसी नए विवाद से बचते दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कई सालों में जन्माष्टमी के नाम पर कई पुलिस थानों और पुलिस के कार्यक्रमों में बार बालाओं के नृत्य के साथ वनडे डांस भी पेश किए गए थे।