GOOD HEALTH : लाइफ में नहीं लगेगा कोई ब्रेक, अगर करते हैं मॉर्निंग में ब्रेकफास्ट
लखनऊ: भागदौड़ भरी जिंदगी में आज ना तो किसी के पास इतना समय है कि वो आराम से कोई काम कर सकें, हर किसी को जल्दी रहती है। ऐसे में लोग अपने लाइफ का सबसे अहम काम करना भूल जाते हैं । जिसके लिए इतना कुछ करते है उसे ही करने में समय की कमी की वजह से टाल देते हैं। मतलब ये कि सुबह ब्रेकफास्ट नहीं करना चाहते हैं। खान-पान पर ध्यान ही नहीं दे पाते, जिस वजह से शरीर बीमारियों से घिर जाता है और कमजोरी का एहसास होने लगता है। जैसे कि हम सब जानते हैं कि ब्रेकफास्ट हमारे दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है। रात के खाने के बाद नाश्ता करना जरूरी होता है। अक्सर लोग सुबह जल्दी के चक्कर में ब्रेकफास्ट करना भूल जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि सुबह का ब्रेकफास्ट न करने से आपको पेट से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि रात के खाने के बाद और सुबह के ब्रेकफास्ट में बहुत लंबा अंतराल आ जाता है। अगर ब्रेकफास्ट ही छोड़ देंगे तो पेट में एसिडिटी, गैस, लो बी पी और ना जाने कितनी ही परेशानियां होने लगेगी। आपको बताते हैं सुबह के ब्रेकफास्ट ना करने के नुकसान।
जानें सुबह ब्रेकफास्ट करने के फायदे...
बहुस से लोग है, जो सुबह ब्रेकफास्ट नहीं करते है, ऐसे लोगों में मोटापा होने की 50% संभावना होती है क्योंकि सुबह ब्रेकफास्ट न करने से दिन में भूख ज्यादा लगती है, जो वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। ब्रेकफास्ट न करने से एनर्जी लेवल अपने आप ही कम हो जाता है, जिस वजह से मन किसी भी काम में नहीं लग पाता।
जानें सुबह ब्रेकफास्ट करने के फायदे...
जैसे बिना पेट्रोल कार नहीं चल पाती, वैसे ही अगर आप ब्रेकफास्ट नहीं करेंगे तो हर वक्त थके रहेंगे और कोई काम ठीक ढंग से नहीं कर पाएंगे।सुबह ब्रेकफास्ट न करने से लंच तक भूख तेज लगने लगती है, जिससे अधिकतर लोग जो मिलता है खा लेते हैं। इससे काफी स्ट्रेस और डिप्रेशन बढ़ने लगता है
जानें सुबह ब्रेकफास्ट करने के फायदे...
यदि आप ब्रेकफास्ट नहीं करेंगे तो इससे ब्रेन को न्यूट्रीशन नहीं मिल पाएगा। इससे फंक्शन्स पर बहुत बुरा असर पड़ता है। ब्रेकफास्ट से हमें पोषक तत्व के साथ ताजगी भी मिलती है। जिससे बॉडी में एनर्जी बनी रहती है, इससे एक्सरसाइज करते समय हड्डियां अच्छे से काम करती है और अच्छे से ब्रेकफास्ट करने से हम कई तरह की बीमारियों से बचे रहते हैं जैसे हाइपोग्लाइसीमिया, हाइपोटेंशन और डाइबिटीज का खतरा कम होता है।