गजब का रिकॉर्ड ! देश के नंबर 1 वकील जेठमलानी हैं पैसे के भूखे, हमेशा दिया बुरे का साथ
नई दिल्ली : देश के पूर्व कानून मंत्री और जाने-माने वकील राम जेठमलानी हमेशा कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो उन्हें सुर्ख़ियों में ले आता है। एक और खास बात है इस वकील में, ये जनाब हमेशा धारा के विपरीत बहते हैं। आप इनका कोई भी केस उठा कर देख लीजिए इन्होने हमेशा बुरे का ही साथ दिया।
अब दिल्ली के सीएम केजरीवाल का ही मामला ले लीजिए यहाँ भी केजरीवाल ही गलत कर रहे हैं, लेकिन कलियुग के राम को इससे कोई मतलब नहीं है। वो तो सीएम को ही गरीब साबित करने पर अड़ गए हैं। बिल देखा आपने 3.42 करोड़ का, इसके बाद आपको अंदाजा हो गया होगा कि जेठमलानी की फ़ीस कितनी होगी। नहीं हुआ तो चलिए अगली स्लाइड में हम ही आपको बता देते हैं फीस।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें, इस समय देश के सबसे महंगे वकील का नाम है राम जेठमलानी। जनाब सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट में हर एक पेशी के लगभग 25 लाख रुपये लेते हैं। यहाँ एक बात और जान लेना आवश्यक है, कि पिछले कुछ वर्षों से जेठमलानी सक्रिय वकालत नहीं करते बल्कि कुछ विशेष मुवक्किलों के लिए बगैर फीस के केस लड़ते आ रहे हैं।
जेठमलानी के करियर पर नजर डालें तो इन्होने अधिकतर बुरे का ही साथ दिया है। अगली स्लाइड में देखिए जेठमलानी ने किस-किस की करी है पैरवी।
पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के वकील रहे। सोहराबुद्दीन हत्या मामले में अमित शाह के वकील रहे। टू-जी घोटाले में कनिमोझी के वकील रहे। जयललिता के वकील रहे। अवैध खनन मामले में बीएस येदुयरप्पा के वकील रहे।
पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या के दोषी वी श्रीहरन के वकील रहे। हर्षद मेहता के वकील रहे। कुख्यात माफिया हाजी मस्तान के वकील रहे।
उपहार अग्निकांड में अंसल बंधुओं के वकील थे। नाबालिग से बलात्कार के आरोपी आसाराम बापू के वकील रहे। जेसिका मर्डर मामले में मनु शर्मा के वकील रहे।
इसके साथ ही हवाला डायरी मामले में लालकृष्ण आडवाणी, चारा घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव सहित निवेशकों के पैसे न लौटाने के मामले में सुब्रतो रॉय और मनी लांड्रिंग मामले में जगनमोहन रेड्डी के लिए जेठमलानी ने कोर्ट की सीढियाँ चढ़ चुके हैं।
ये तो हुए जेठमलानी की बात। अब बात करते हैं, कि देश के बाकी कौन से नामी वकील हैं, और क्या है उनकी फीस
फाली नरीमन- नरीमन की फीस सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए 8 से 15 लाख हैं।
केटीएस तुलसी- तुलसी की फीस सुप्रीम कोर्ट में फीस 5-6 लाख जबकि हाईकोर्ट में 8-9 लाख है।
कपिल सिब्बल- पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल की फीस सुप्रीम कोर्ट में 5 से 15 लाख जबकि हाईकोर्ट में 9 से 16 लाख है।
पी चिदंबरम- पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम की फीस सुप्रीम कोर्ट के लिए 6-7 लाख जबकि हाईकोर्ट के लिए 7 से 15 लाख है।
सलमान खुर्शीद- पूर्व केन्द्रीय मंत्री खुर्शीद की फीस सुप्रीम कोर्ट में 5 लाख जबकि हाईकोर्ट के लिए 8 से 11 लाख है।
शांति भूषण- भूषण की फीस 4.5 लाख से 6 लाख है।