इस मंदिर में पूरी होती हैं अफीम तस्करों की मुरादें, चढ़ावे में चढ़ती हैं हथकड़ियां

Update: 2016-10-19 09:40 GMT

भोपाल: अक्सर ही लोग भगवान के मंदिर में अपनी मन्नत मांगने जाते हैं और जब उनकी मन्नत पूरी हो जाती है, तो वे या तो भवान के मंदिर में प्रसाद चढ़ाते हैं या फिर गरीबों को खाना खिलाते हैं। कभी-कभी तो कुछ लोग भगवान के मंदिर में घंटा भी चढ़ाते हैं।

इतना ही नहीं मन्नत पूरी होने पर लोग मंदिर में फल-फूल से लेकर सोना-चांदी तक चढ़ाते हैं। लेकिन हमारे देश में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां पर हथकड़ियां चढ़ाई जाती हैं। इससे भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि ये हथकड़ियां आम इंसान नहीं, अफीम तस्कर और जेल से भागे कैदी चढ़ाते हैं।

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यह अनोखा मंदिर हमारे देश में ही है। मध्य प्रदेश के नीमच जिला मुख्‍यालय से 30 किमी दूर स्थित जालीनेर गांव का खाखर देव मंदिर अपनी इसी खासियत की वजह से फेमस है। यहां पर आम लोगों के साथ-साथ कैदी और अपराधी भी पूजा करने आते हैं।

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मान्यता है कि जो अपराधी जेल से भागना चाहते हैं या फिर जमानत पर छूटना की इच्छा रखते हैं, वे यहां प्रार्थना करते हैं। अगर उनकी मन्नत पूरी हो जाती है, तो जेल से फरार या छूटे हुए कैदी रात के अंधेरे में मंदिर में आकर हथकड़ी चढ़ाते हैं और फिर वहां से भाग जाते हैं।

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मध्य प्रदेश के जालीनेर के इस नाग मंदिर मे ज्यादातर हथकड़ी चढ़ाने वाले कैदी अफीम तस्‍कर होते हैं। जिनका लोग जिक्र भी दबी जुबान से करते हैं कोई खुलेआम नहीं कहता है

 

 

 

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