उज्बेकिस्तान ने लगाया वीडियो गेम्स पर बैन, जानिए क्या है इसकी वजह ?
उज्बेकिस्तान ने 'मूल्यों के साथ छेड़छाड़ करने वाले' और 'स्थिरता के लिए खतरा' बताकर बड़ी संख्या में कंप्यूटर वीडियो गेम्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ताशकंद: उज्बेकिस्तान ने 'मूल्यों के साथ छेड़छाड़ करने वाले' और 'स्थिरता के लिए खतरा' बताकर बड़ी संख्या में वीडियो गेम्स पर बैन लगा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैन किए गए 34 वीडियो गेम्स में गोलियां चलाते हुए दुश्मनों को मारने वाले वीडियो गेम्स से लेकर डरावने या यौन उत्तेजक वीडियो गेम्स शामिल हैं, हालांकि इन वीडियो गेम्स को सरकारी आयोग से मंजूरी मिली हुई है।
जिन वीडियो गेम्स को बैन करने का फैसला किया गया है उसमें पूरी दुनिया में बेहद लोकप्रिय 'ग्रैंड थेफ्ट ऑटो : सैन आंद्रियास' (जीटीए), 'कॉल ऑफ ड्यूटी : ब्लैक ऑप्स', 'साइलेंट हिल', 'रेजिडेंट इविल', 'मोर्टार कॉम्बैट' और 'डूम' शामिल हैं।
बैन के तहत उज्बेकिस्तान में अब इन वीडियो गेम्स को आयात करना और उन्हें वितरित करना अवैध हो गया है। उज्बेकिस्तान के अधिकारियों के मुताबिक, "इन वीडियो गेम्स का इस्तेमाल हिंसा, अश्लीलता, सुरक्षा को खतरा एवं सामाजिक-राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ावा मिल सकता है।" उन्होंने आगे कहा, "इस तरह की चिंताएं भी थीं कि ये वीडियो गेम्स नागरिक शांति और अंतर-जातीय एवं अंतर-धार्मिक सौहार्द को अस्थिर कर सकते हैं।"