बिहार भाग रहे युवक एटा में आ कर फंसे, रास्ते में न कहीं रोके गए न हुई कोई जांच

हाथरस के एक कोल्ड स्टोर में कार्य कर रहे 11 संदिग्ध व्यक्ति मालिक को बिना बताये भाग कर एक टैंकर के माध्यम से विहार जाने के लिए एटा आ गए।

Update:2020-04-19 14:58 IST

एटा: देश में फैले कोरोना वायरस के कहर के बीच जनपद के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के जी टी रोड स्थित शीला मार्केट के समीप जनपद हाथरस के एक कोल्ड स्टोर में रहकर पल्लेदारी का कार्य कर रहे 11 संदिग्ध व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में मालिक को बिना बताये भाग कर एक टैंकर के माध्यम से विहार जाने के लिए एटा आ गए।

लॉकडाउन के चलते मालिक को बिना बताए भागे

एटा में रोडवेज बस स्टैण्ड के पास वनगांव चौकी के समीप बिहार के युवक मन्टू सिंह पुत्र रामप्रसाद सिंह ने बताया कि वह तथा उसके साथी बिहार के जिला खगड़िया निवासी अरविंद तिवारी के कोल्ड स्टोर पर कई बर्षों से हाथरस में पल्लेदारी करते थे। लॉकडाउन के चलते उन्हें काम मिलना बंद हो गया और वह भुखमरी के कगार पर पहुंच गए। जिस कारण हम सबने अपने घर बिहार जाने की ठान ली, और हम सब कोल्ड मालिक को बिना बताये भाग आये। हमें कोल्ड स्टोर से निकलने के बाद एटा की ओर आ रहा एक टैंकर मिल गया।

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में महाराजगंज के आलोक शर्मा का सामयिक रचना संसार

जिसे हमने रोका तो वह हमें एटा तक ले आया यहां लाकर उसने हमें छोड़ दिया। मन्टू ने बताया कि हमें अब आगे जाने के लिए किसी वाहन का इंतजार है। लेकिन अगर हमें कोई वाहन नहीं मिलता है तो हम बिहार के लिए यहां से पैदल ही रवाना हो जाएंगे। एक साथ इतने भीड़ और बाहरी व्यक्तियों को देखकर जब पत्रकार ने उन्हें रोककर पूछा तो उन्होंने बताया की हमें हाथरस से चलने के बाद कहीं भी नहीं रोका गया।

पुलिस और प्रशासन पर उठता है सवाल

हाथरस से भागे मजदूर ने बताया कि हमें रास्ते में कहीं भी किसी पुलिसकर्मी ने नहीं रोका और न कहीं भी हमारी कोई जांच की गई। युवक ने बताया कि हम एटा में जिला चिकित्सालय अपनी जांच कराने भी गए। किंतु वहां किसी ने हमारी जांच न कर हमें वहां से भगा दिया। जनपद मुख्यालय स्थित हर एक चौराहे तिराहे तथा प्रमुख मार्गों पर लगी भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लगातार 11 लोग एक एक साथ पूरे शहर में घूम रहे हैं। किंतु किसी भी पुलिसकर्मी ने लाख डाउन के समय में भी उन्हें रोककर उनसे पूछताछ की जानी आवश्यक नहीं समझी। इस तरह घूम रहे इन लोगों ने पुलिस की व्यवस्था की कलई खोल दी है।

ये भी पढ़ें- WHO का बड़ा बयान: कोरोना वैक्सीन की नहीं है कोई गारंटी, खतरे के साथ जीना होगा

इससे साफ़ है कि एटा पुलिस काम करने के स्थान पर सिर्फ खानापूर्ति कर करने में जुटी है। लॉकडाउन के बाद भी खुलेआम 11 संदिग्ध लोगों के शहर में घूमने के बाद भी न तो उन्हे कहीं भी रोका गया और न उनकी किसी तरीके जांच कराया जाना हाथरस एवं एटा पुलिस की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। बाद में क्षेत्राधिकारी नगर राजकुमार ने बताया कि सभी लोगों की तलाश करके क्वारंटाइन कर उनकी जांच कराई जायेगी।

सुनील मिश्रा

Tags:    

Similar News