Meerut News: मेरठ में 12 बंदियों को आजादी के अमृत महोत्सव पर कारागार से किया गया रिहा
Meerut News: आजादी का 75वां अमृत महोत्सव के मौके पर आज जिला कारागार में 12 बंदियों को कारागार से रिहा किया गया । यह जानकारी जिला कारागर अधीक्षक राकेश कुमार ने दी।
Meerut News: आजादी का 75वां अमृत महोत्सव के मौके पर आज जिला कारागार (prisoners released) में 12 बंदियों को कारागार से रिहा किया गया । यह जानकारी जिला कारागर अधीक्षक राकेश कुमार ने दी।
जिला कारागार अधीक्षक राकेश ने न्यूज ट्रैक को यह जानकारी देते हुए बताया कि कारागार में जुर्माने के अभाव में सजा काट रहे 7 बंदियों को स्वयंसेवी संस्था ऑल इंडिया पयामें इंसानियत फोरम मेरठ से जुर्माना जमा कराकर एवं शासन की स्थाई नीति के अंतर्गत एक बंदी तथा आजादी के 75 में स्वतंत्रता दिवस पर जारी शासन के अनुपालन में 5 बंदी जिनमें एक बंदी पूर्व में जमानत पर रिहा हो चुका था इस प्रकार कुल 12 बंदियों को आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) पर कारागार से रिहा किया गया है।
मेरठ में ध्वजारोहण कर आजादी का जश्न उत्साह पूर्वक मनाया गया
वहीं आज जिला कारागार मेरठ में ध्वजारोहण कर आजादी का जश्न उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर कारागार के मुख्य द्वार पर पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक कारागार द्वारा दिए गए प्रशंसा चिन्ह ( डीजी डिस्क सिल्वर ) / प्रशस्ति पत्र संबंधित कार्मिकों को प्रदान किया गया। साथ ही परेड मे मानक के अनुरूप पूर्ण गणवेश में उपस्थित जेल वार्डर संवर्ग के कार्मिको को पुरस्कृत करते हुए प्रशंसा प्रमाण पत्र दिया गया।
बंदियों के साथ ध्वजारोहण किया गया
इससे पहले कारागार के बाहर शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए गए। तदोपरांत कारागार की सर्किल में सभी बंदियों के साथ ध्वजारोहण किया गया। इस मौके पर कारागार मे निरुद्ध बंदियों द्वारा देश भक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम किए और शहर के प्रतिष्ठित कई स्कूलों के बच्चों ने देशभक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया।
इसके बाद कारागार में स्थापित आईवीएफ के कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र (computer training center) से डिप्लोमा पूर्ण करने वाले बंदियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए साथ ही कारागार की महिला बैरक में ध्वजारोहण किया गया तथा संजीवनी संस्था मेरठ द्वारा महिला बैरक में सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के अंत में कारागार मे निरुद्ध महिला एवं पुरुष बंदियों को मिष्ठान वितरित किया गया।