बड़ी लापरवाही: सिद्धार्थनगर में 20 लोगों को लगा दी अलग-अलग वैक्सीन, लोगों में दहशत

यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में लगभग 20 लोगों को कोवैक्सिन और कोविशील्ड दोनों के डोज दे दिए गए।

Reporter :  Intejar Haider
Published By :  Ashiki
Update: 2021-05-26 12:07 GMT

प्रतीकात्मक फोटो

सिद्धार्थनगर: एक ओर कोरोना संक्रमण की दूसरी (Coronavirus Second wave) लहर लोगों के लिए काल साबित हो रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। इसका ताजा मामला प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के गृह जनपद सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी अंतर्गत के स्वास्थ्य उपकेंद्र औंदही कला पर संज्ञान में आया है।

यहां प्रभारी चिकित्साधिकारी की लापरवाही से 20 लोगों को दो अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन (Vaccine) की डोज लगा दी गई। इन सभी को बीते 2 अप्रैल को कोविशील्ड (Covishield) की पहली डोज लगाई गई थी, वहीं 14 मई को लापरवाही करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा उन्हें दूसरी डोज कोवैक्सीन (Covaxine) की लगा दी गई। स्वास्थ्य विभाग की उक्त लापरवाही से वैक्सीनेशन (Vaccination) कराने वाले लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।

इन्हें लगा दिया गया अलग-अलग डोज

औंदही कला गांव की मालती देवी, छेदीलाल, सनेही, शहाबुद्दीन, मोहम्मद इकराम धोबी, रामसूरत, राधेश्याम शुक्ल, बेलावती, इंद्र बहादुर, रामकुमार, गोपाल, मुन्नी, अनारकली, चंद्रावती, सोमना, रामकिशोर, मालती देवी, रामप्रसाद, उर्मिला, नंदलाल चौधरी को गलत वैक्सीन लगा दी गई। इन सभी ने 2 अप्रैल को कोविशील्ड की पहली डोज ली थी। इसके बाद शुक्रवार, 14 मई को इन्हें टीके की दूसरी डोज दी गई, लेकिन इस बार लापरवाही के कारण उन्हें कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन लगा दी गई।

परिजनों ने की शिकायत

दो अलग अलग वैक्सीन लेने के बाद परिजनों ने इसे घोर लापरवाही मानते हुए, इसकी शिकायत पीएचसी बढ़नी के एमओआईसी से की। शिकायत पर एमओआईसी डॉ. एसके पटेल ने मौके पर पहुँचकर मामले को संज्ञान में लिया। पीड़ित के परिजनों का कहना है कि खुद पीड़ित और परिजन ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं, ऐसे में यह वैक्सीन देने वालों पर निर्भर करता है वो सही वैक्सीन का चुनाव करें।

क्या है गाइड लाइन?

भारत में अभी तक कोविड-19 के दो टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही लगाए जा रहे हैं। अगर किसी को पहला टीका कोविशील्ड का लगा है तो दूसरा भी वही लगना चाहिए। अगर पहला इंजेक्शन कोवैक्सीन का था, तो दूसरा भी कोवैक्सीन का ही होना चाहिए। इसकी जानकारी टीकाकरण करने वाले लगभग सभी हेल्थ प्रोफेशनल्स को रहती है। इसके बाद भी घोर लापरवाही बरती गई है।

वहीं विभागीय लापरवाही के इस मामले को लेकर जब हमने सीएमओ संदीप चौधरी से बात की तो उन्होंने स्वीकार किया कि लगभग 20 लोगों को स्वास्थ्यकर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए कॉकटेल वैक्सीन लगा दी है। हमारी टीम इन सभी लोगों पर नजर बनाये हुए है। अभी तक किसी व्यक्ति में कोई समस्या देखने को नहीं मिली है। इस गंभीर लापरवाही के लिए हमने जांच टीम बना दी है। जिसकी रिपोर्ट आते ही जो भी दोषी कर्मचारी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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