21 चिकित्सकों को सेवा भूषण व 24 को सेवा गौरव सम्मान

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को चिकित्सा सेवा क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु 21 चिकित्सकों को ‘सेवा भूषण सम्मान’ तथा 24 चिकित्सकों को ‘सेवा गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया।

Update:2019-12-16 20:50 IST

लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को चिकित्सा सेवा क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु 21 चिकित्सकों को ‘सेवा भूषण सम्मान’ तथा 24 चिकित्सकों को ‘सेवा गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया। राज्यपाल ने सेवा भारती, अवध प्रान्त द्वारा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ में आयोजित समारोह में ये सम्मान प्रदान किये।

भावी पीढ़ी को भारतीय संस्कारों से परिचित कराना होगा

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रीमती पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति और परम्परा में संस्कारों का महत्वपूर्ण स्थान है। एक अच्छे समाज के लिए हमें अपनी भावी पीढ़ी को भारतीय संस्कारों से परिचित कराना होगा क्योंकि आज की युवा पीढ़ी का रूझान पाश्चात्य संस्कृति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना का समावेश है।

नागरिकों का अनुशासित होना आवश्यक

राज्यपाल ने कहा कि देश के विकास के लिए नागरिकों का अनुशासित होना आवश्यक है। जब सभी नागरिक अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करेंगे तो समाज में सौहार्द एवं सहिष्णुता का निर्माण होगा। देश में प्रगति और सभी की समृद्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की भावना से कार्य किया जा रहा है, जिससे निश्चित रूप से देश आगे बढ़ेगा।

सेवा भारती ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया

श्रीमती पटेल ने कहा कि सेवा भारती ने समाज सेवा के कार्यों द्वारा अपना एक विशिष्ट स्थान बनाया है। यह संस्था विद्यार्थियों के साथ-साथ प्रौढ़जनों के लिए भी शिक्षा एवं ज्ञान के अवसर उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे भविष्य का स्वरूप शिक्षा द्वारा ही निर्धारित होता है। शिक्षा ज्ञान प्राप्ति के साथ-साथ चरित्र निर्माण में भी सहायक होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा हमें ऐसे विचारशील नागरिक तैयार करने चाहिए जो राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान दें।

21 महानुभावों को सेवा सम्मान

इसके अलावा सामाजिक सेवा के क्षेत्र में योगदान देने वाले 21 महानुभावों को ‘सामाजिक सेवा सम्मान’ से सम्मानित किया। राज्यपाल ने कार्यक्रम में सेवा भारती की ओर से दिव्यांगजनों को भी उपहार देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में महापौर लखनऊ संयुक्ता भाटिया, सेवा भारती के क्षेत्र सेवा प्रमुख नवल किशोर एवं नव वर्ष चेतना समिति के अध्यक्ष डॉ गिरीश गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजीव लोचन, नववर्ष चेतना समिति की मुख्य संरक्षक रेखा त्रिपाठी के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

बाल कल्याण परिषद की बैठक राजभवन में हुई

इसके अलावा राज्यपाल की अध्यक्षता में सोमवार को राजभवन में उत्तर प्रदेश बाल कल्याण परिषद कार्यकारिणी समिति की बैठक सम्पन्न हुई।

अधिकारी शेल्टर होम्स का निरीक्षण करें

राज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित शेल्टर होम्स का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां निवास कर रही निराश्रित बालिकाओं को दी जा रही सुविधाओं एवं उनके साथ हो रहे व्यवहार के बारे में पता लगायें। यदि कोई गड़बड़ी पायी जाये तो ऐसी संस्थाओं के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें।

श्रीमती पटेल ने कहा कि अधिकारी जब तक आकस्मिक निरीक्षण नहीं करेंगे, तब तक इन संस्थाओं की सच्चाई कभी भी सामने नहीं आयेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वयंसेवी संस्थाओं की श्रेणीवार सूची बनायी जाए और वहां दी जा रही सुविधाओं के हिसाब से उनकी श्रेणी निर्धारित करें।

डॉ. वेद प्रकाश ने व्यक्त किया आभार...

केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. वेद प्रकाश ने सेवा भूषण सम्मान मिलने पर अपने माता पिता, गुरुजनों, मरीजों, मरीजों के परिवारों, छात्रों व मित्रों तथा शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया है।

ठीक से काम न कर रही संस्थाएं बंद कराएं

उन्होंने कहा कि जो संस्थाएं ठीक ढंग से कार्य न करें, उसे बन्द करायें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संस्थाओं को धन उपलब्ध कराने के बाद उनकी नियमित रूप से समीक्षा करे कि धन का सही उपयोग हो रहा है कि नहीं। सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएं आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें।

राज्यपाल ने कहा कि जिस शेल्टर होम में 18 वर्ष से अधिक आयु की लड़कियां रह रही हों, संस्थाएं उनके विवाह की भी चिन्ता करें और इस कार्य में समाज को जोड़कर उनका विवाह भी सुनिश्चित करायें। इस तरह के पुनीत कार्य में समाज के बहुत से लोग सहायता के लिए आगे आयेंगे।

धन के अभाव में नहीं रुकें आंगनबाड़ी के कार्य

राज्यपाल ने आंगनबाड़ी प्रशिक्षण केन्द्रों एवं अन्य कार्यक्रमों के लिए धन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कार्यक्रमों एवं योजनाओं के लिए केन्द्र सरकार से धन प्राप्त होने का इंतजार न करे।

उन्होंने कहा कि केन्द्र से धन प्राप्त होने पर राज्य सरकार उसे समायोजित कर ले। धन के अभाव में इन केन्द्रों के कार्य नहीं रूकने चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि केन्द्र में लम्बित धन संबंधी प्रकरणों को केन्द्र सरकार से समन्वय स्थापित कर धन जारी करायें।

राज्यपाल ने परिषद के प्रबन्ध समिति, कार्यकारिणी, पदाधिकारियों एवं सदस्यों का चुनाव आगामी 3 जनवरी को कराने के निर्देश दिए। बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव श्री हेमन्त राव, महासचिव रीता सिंह, विशेष सचिव डॉ. अशोक चन्द्रा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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