महाराजा की 365 रानियां! इस तरह करते थे रात बिताने का फैसला
कई सारे लालटेन राजा के महल में जलाए जाते थे, जिसमें से वो अलग से 365 रानियों के लिए लालटेन जलवाते थे। सभी रानियों के नाम इन लालटेन में होते थे। सभी लालटेन रातभर जलती थीं।
नई दिल्ली: आज के समय में एक से ज्यादा पत्नी रखना जुर्म है। यही कानून महिलाओं पर भी लागू है और वह भी एक से ज्यादा पति तब तक नहीं रख सकती जब तक उनका तलाक न हुआ हो या उनके पति की मृत्यु न हुई हो। मगर राजा-महाराजाओं के समय में ऐसा बिल्कुल नहीं था।
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ये तो सबको मालूम है कि राजा-महाराजाओं की एक से ज्यादा पत्नियां होती थीं। मगर एक मामला ऐसा सामने आया है, जिसके बारे में जानकार आपके भी होश उड़ जाएंगे। दरअसल एक राजा थे, जिनका नाम भूपिंदर सिंह महाराज था। भूपिंदर सिंह महाराज ने 365 बार शादी की थी। जी हां, इनकी 365 रानियां थीं।
भूपिंदर सिंह की 365 रानियां
पटियाला पर राज करने वाले भूपिंदर सिंह की 365 रानियां थीं। साल 1900 से लेकर 1938 तक उन्होंने पटियाला पर राज किया। यह अपनी रंगीन मिजाजी के लिए काफी मशहूर थे। साल 1900 से 1938 के दौरान उन्होंने कई बड़े फैसले लिए। साथ ही, भूपिंदर सिंह ने 365 बार शादी भी की।
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इनके अलग-अलग कई भव्य महल थे, जोकि उन्होंने खुद बनवाए थे। हालांकि, सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि वो कुछ अलग तरीके से इस बात का फैसला करते थे कि उन्हें कौन सी रानी के साथ कब रात गुजरानी है। आप इसके पीछे की वजह जानेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे।
इस तरह करते थे फैसला
कई सारे लालटेन राजा के महल में जलाए जाते थे, जिसमें से वो अलग से 365 रानियों के लिए लालटेन जलवाते थे। सभी रानियों के नाम इन लालटेन में होते थे। सभी लालटेन रातभर जलती थीं। जो लालटेन सुबह सबसे पहले बुझती थी, उसपर रानी के लिखे नाम को राजा पढ़ते थे। फिर इसी रानी के साथ वह आने वाली रात बिताते थे।