78 साल के बुजुर्ग ने कर दिखाया! युवाओं को इनसे लेनी चाहिए सीख

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो चुकी है। इस बार हो रही है परीक्षा देने वालों में कई लोग हैं जिनके सामने उम्र का कोई बंधन नहीं है।

Update: 2020-02-19 13:46 GMT

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो चुकी है। इस बार हो रही है परीक्षा देने वालों में कई लोग हैं जिनके सामने उम्र का कोई बंधन नहीं है।

गोंडा के विकासखंड इटियाथोक क्षेत्र के दुलमपुर बनकटवा के रहने वाले 78 साल के बुजुर्ग रामकरण प्रजापति ने दिखा दिया है पढ़ाई में उम्र कोई बंधन नहीं बन सकती है। रामकरण बर्तन बनाने का कार्य करते हैं और एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने भी जाते हैं। सन 1997 में इन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी।

रामकरण एक गरीब परिवार से हैं और अब 2020 में इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे हैं। वह कला वर्ग से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करना चाहते हैं।

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रामकरण ने मंगलवार को एपी इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र मनकापुर में इंटरमीडिएट हिंदी की परीक्षा दी। परीक्षा देने से पहले 78 वर्षीय रामकरण पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे हुए थे।

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रामकरण प्रजापति का जन्म 11 जुलाई 1942 में हुआ था। 1997 में रामकरण ने जनता इंटर कॉलेज इटियाथोक से हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी। रामकरण ने बताया कि इंटर की परीक्षा पास करने के बाद आगे स्नातक की पढ़ाई करना चाहते हैं।

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रामकरण प्रजापति ने बताया कि पिता बद्री का 30 साल पहले निधन हो गया था। पत्नी सावित्री देवी की भी 10 साल पहले मृत्यु हो गई है। एक बेटा रंजीत कुमार (55) वर्ष है, जिसके दो बेटे दिनेश व विनय हैं। रंजीत गांव में साइकिल का पंचर बनाने का काम करते हैं।

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