स्वास्थ्य विभाग में बड़ा घोटाला: ऐसे हुई करोड़ो रुपए की धोखाधड़ी, फंसे कई अधिकारी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया के आदेश के क्रम में गत 10 अगस्त 2019 को उसके द्वारा अपना समस्त प्रभार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजनाथ को दे दिया गया।

Update:2020-06-07 19:47 IST

बलिया: स्वास्थ्य विभाग में करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा घोटाले की जानकारी देने के बाद विभागीय जांच शुरू हो गई है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है।

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लगाया घोटाले का आरोप

घोटालों को लेकर कुख्यात स्वास्थ्य विभाग में एक नया घोटाला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अधीन केंद्रीय औषधीय भंडार में फर्जी आईडी बनाकर जीएम पोर्टल पर चार करोड़ रुपए का इंडेट कर घोटाला करने की शिकायत स्वयं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की है। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीपी चौधरी ने गत 28 मई 2020 को स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को प्रेषित किये गए अपने पत्र में घोटाले का सिलसिलेवार उल्लेख किया है।

ये भी पढ़ें- बहुत ख़ास है 8 जून: इस दिन जन्मे लोगों को मिलता है ये सब…

उन्होंने अधिकारियों को प्रेषित पत्र में जानकारी दी है कि वह केंद्रीय औषधि भंडार बलिया एवं पीसीपी एनडीटी बलिया में कार्यरत रहा। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया के आदेश के क्रम में गत 10 अगस्त 2019 को उसके द्वारा अपना समस्त प्रभार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजनाथ को दे दिया गया। इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया ने प्रति हस्ताक्षरित करते हुए उसे कार्यमुक्त भी कर दिया था।

फर्जी आईडी बना कर किया 4 करोड़ का घोटाला

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दी है कि डा.राजनाथ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा केंद्रीय औषधीय भंडार बलिया एवं पीसीपी एनडीटी के प्रभारी अधिकारी के पारस नाथ राम स्टोर कीपर, केंद्रीय औषधि भंडार बलिया के साथ कार्य करने लगे। उन्होंने शिकायत की है कि इन लोगों ने विभाग को धोखा देने की नियत से और उसे फंसाने की साजिश के तहत फर्जी तरीके से कूटरचित आईडी बनाया तथा इन लोगों द्वारा करीब चार करोड़ रुपए का जीएम पोर्टल पर ऑर्डर कर दिया गया।

ये भी पढ़ें- राजनीति का तगड़ा खेल: 16 प्रशासनिक अधिकारियों के किए गए तबादले

उन्होंने दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के साथ आवश्यक विभागीय कार्रवाई का अनुरोध किया है। इस मामले का संज्ञान लेकर विभागीय अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ ही केंद्रीय औषधीय भंडार प्रभारी अधिकारी व स्टोर कीपर पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इसको लेकर स्वास्थ्य महकमे में अफरातफरी मचा हुआ है।

रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर

Tags:    

Similar News