एक शिक्षिका कर रही तीन जिलों में नौकरी, अब बुरी तरह फंसी मैडम

बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका शुक्ला मामलें के खुलासे के बाद हो रही सख्ती से दस्तावेजों की जांच में रोज नए मामलें सामने आ रहे है।

Update: 2020-06-23 10:23 GMT
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लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका शुक्ला मामलें के खुलासे के बाद हो रही सख्ती से दस्तावेजों की जांच में रोज नए मामलें सामने आ रहे है। अब फिरोजाबाद में एक ही शिक्षिका के तीन जिलों में काम करने का मामला सामने आया है। इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद फिरोजाबाद के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त कर दिया है।

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अनामिका शुक्ला प्रकरण के खुलासे के बाद शुरू हुई इसमें चर्चे

शिक्षा विभाग में चर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण के खुलासे के बाद शुरू हुई शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन में एक ऐसी शिक्षिका की पोल खुली है जो एक या दो नहीं बल्कि तीन जिलों में नौकरी कर रही थी। विज्ञान विषय की शिक्षिका संध्या द्विवेदी फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद और अलीगढ़ में नौकरी कर रही थी। फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही बीएसए फिरोजाबाद शिक्षिका को बर्खास्त कर एफआईआर कराने की तैयारी में जुटे है।

शिक्षिका ने फिरोजाबाद के एका में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सिंतबर 2019 में अपनी नियुक्ति ली थी और अवकाशों का फायदा उठाकर फिरोजाबाद में जॉइनिंग करने के बाद दो अन्य दो जिलों में नौकरी कर रही थी। फिरोजाबाद में जॉइनिंग के दो महीने बाद ही 25 नवंबर 2019 से मेटरनिटी लीव पर गयी शिक्षिका संध्या द्विवेदी फिर नौकरी पर नही लौटी।

मास्टमाइंड पुष्पेंद्र से जोड़ कर भी देखा जा रहा है

इस दौरान फिरोजाबाद के शिक्षा विभाग में शिक्षिका के सैलरी अकाउंट में लगाया गया आधार कार्ड कुछ संदिग्ध लगने पर जांच की गई तो मामला पकड़ में आया। मामला चूंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़ा है इसलिए विभाग इसे अनामिका शुक्ला मामले के मास्टमाइंड पुष्पेंद्र से जोड़ कर भी देखा जा रहा है।

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आपको बता दे कि अभी कुछ दिनों पूर्व ही बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में अनामिका शुक्ला नामक शिक्षिका के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई शिक्षिकाओं के नौकरी करने का मामला सामने आया था। इसमे पुष्पेंद्र नाम के एक व्यक्ति का नाम सामने आया था, जो शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षिकाओं को नौकरी दिलवाता था। इस मामले के सामने आने के बाद नींद से जागे विभाग ने सभी कस्तूरबा विद्यालयों के शिक्षकों के दस्तावेजों की कड़ाई से जांच शुरू की थी। इसी क्रम में जांच के दौरान फिरोजाबाद का यह मामला भी सामने आया है।

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