भ्रष्ट अधिकारियों पर गिरी शासन की गाज, दो सहायक आबकारी आयुक्त निलंबित

निलंबन की गाज जिन दो आबकारी आयुक्तों पर गिरी हैं उनमें एक अलीगढ़ जनपद में तैनात डीएन सिंह थे।

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Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-09-17 18:11 GMT

आबकारी विभाग की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Governmnet) ने अब आबकारी विभाग (Abkari Vibhag) के भ्रष्ट व लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के इन्हीं कड़े तेवरों के तहत अपर मुख्य सचिव संजय आर भुसरेड्डी (Sanjay R Bhusreddy) ने सूबे के दो सहायक आबकारी आयुक्तों के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें शुक्रवार को निलंबित कर दिया है।

दो आबकारी आयुक्तों को किया गाय निलंबित 

निलंबन की गाज जिन दो आबकारी आयुक्तों पर गिरी हैं उनमें एक अलीगढ़ (Aligarh) जनपद में तैनात डीएन सिंह (DN Singh) थे। वे दो साल से बेव डिस्टलरी में तैनात थे। इन्हें शासन ने विभागीय कार्य मे लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाही करने के आदेश दिए हैं। वहीं इन्हें प्रयागराज (Prayagraj) कार्यालय से सम्बन्द्ध कर दिया गया है। दूसरे अधिकारी बुलंदशहर में तैनात सहायक आबकारी आयुक्त संजय त्रिपाठी थे।

बुलंदशहर के सहायक आबकारी आयुक्त संजय त्रिपाठी शराब कांड में दोषी पाए गए हैं

बुलंदशहर (Bulandshahr) के सहायक आबकारी आयुक्त संजय त्रिपाठी (Sanjay Tripathi) इस साल जनवरी माह में जहरीली शराब कांड की जांच में दोषी पाए गए हैं। जिसके बाद इन्हें इस जांच में भ्र्ष्टाचार का भी दोषी पाया गया है। अलीगढ़ के सहायक आबकारी आयुक्त डी एन सिंह को बेव डिस्टलरी में उच्च अधिकारियों की जांच में इस बात का दोषी पाया गया है कि उनकी देख रेख में की जा रही शराब की भराई की त्रीवता निर्धारित मानकों से कम पाई गई है।

शासन के इस फैसले के बाद आबकारी विभाग में हंडकंप का माहौल देखा जा रहा है

यह एक गम्भीर अनियमितता है। बेव डिस्टलरी (Bev Distillery) में बनने वाली शराब की तीव्रता 42.8 प्रतिशत होनी चाहिए,जबकि जांच में यह तीव्रता 35 प्रतिशत ही पाई गयी है। शासन के इस फैसले से सूबे के आबकारी विभाग में हड़कंप मचा है, सरकार चुनाव साल में किसी भी तरह की शिकायत और भ्रष्ट अफसरों का दाग अपने माथे नहीं लेना चाहती है।

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