हाथरस मामलें में बड़ा खुलासा, एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया नहीं हुआ रेप
हाथरस दुष्कर्म मामलें की जानकारी देते हुए गुरुवार को एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि फोरेन्सिक लैब की जांच में साफ कहा गया है कि पीड़िता से लिए गए सैम्पल में स्पर्म नहीं पाए गए है। इससे साफ है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है।
लखनऊ: यूपी के एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा है कि हाथरस पीड़िता के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ था। एडीजी ने कहा कि फोरेन्सिक रिपोर्ट की जांच में इसकी पुष्टि हो गई है। उन्होंने बताया कि पीड़िता की मृत्यु उसको लगी चोटों के कारण हुई है।
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हाथरस दुष्कर्म मामलें की जानकारी देते हुए गुरुवार को एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया
हाथरस दुष्कर्म मामलें की जानकारी देते हुए गुरुवार को एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि फोरेन्सिक लैब की जांच में साफ कहा गया है कि पीड़िता से लिए गए सैम्पल में स्पर्म नहीं पाए गए है। इससे साफ है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में डाक्टरों की टीम द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में भी सामने आया है कि पीड़िता की मौत उसके गर्दन में लगी चोट की वजह से हुई है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बता रही है कि पीडिता की मौत उसकी गर्दन की चोटों के वजह से हुई है और अब फोरेंसिंक लैब की रिपोर्ट में भी साफ हो गया है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ था। ऐसे में साफ है कि कुछ लोग जातीय तनाव बढ़ाने के लिए इस पूरे प्रकरण में भ्रम फैला रहे है। उन्होंने कहा कि जिन लोगो ने इस पर मीडिया में भ्रम फैलाया है उनको चिन्हित कर लिया गया है और जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
इस पूरे मामलें में शुरू से अब तक पुलिस ने समय से कार्रवाई की है
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामलें में शुरू से अब तक पुलिस ने समय से कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि पीड़िता को समय से और समय से सभी चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध करायी गई और फोरेंसिक लैब में उसका सैम्पल भी 25 सितम्बर को जांच के लिए भेज दिया गया था। एडीजी ने कहा कि पीड़िता ने पहले बताया कि बीती 22 सितंबर को उसके साथ दुष्कर्म हुआ, जिस पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
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प्रशांत कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए एसआईटी का गठन किया है, जो इसकी जांच कर रही है। जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ वह बच नहीं पायेगा। चारो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गये है। स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल पर धारा 144 लगा दी है।
एफएसएल रिपोर्ट में नमूनों में शुक्राणु नहीं पाये गये हैं
प्रशांत कुमार ने कहा कि एफएसएल रिपोर्ट में नमूनों में शुक्राणु नहीं पाये गये हैं। इससे यह बात पूरी तरह से प्रमाणित होती है कि ऐसा कुछ नहीं है। केवल युवती की हत्या की गयी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने जानबूझकर मामले को राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इतना तूल दिया है। ऐसे लोगों की पहचान पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। जांच के लिए नमूने फोरेंसिक लैब में भेजे गये हैं। इसके पहले सफदरजंग अस्पताल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले पर चोट के निशान का भी जिक्र किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ एक बार नहीं कई बार गले दबाने की कोशिश की गई है। पीड़िता की ओर से कई बार बचाव की कोशिश की गई जिसके कारण उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी पाई गयी।
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प्रशांत कुमार ने कहा 22 सितंबर के बयान के बाद तीन और आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। बाद में पीड़िता को सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। इस मामले की तफ्तीश की जा रही है।
मनीष श्रीवास्तव/ श्रीधर अग्निहोत्री
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