उपचार न मिलने पर अधिवक्ता की मौत, साथियों में आक्रोश, प्रदर्शन की चेतावनी

दूसरों के हक और इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता विजय कुमार सिंह ने उपचार न मिल पाने की वजह से न्यायालय में ही अपना दम तोड़ दिया है।

Update: 2021-03-19 12:56 GMT
फोटो— सोशल मीडिया

लखनऊ। दूसरों के हक और इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता विजय कुमार सिंह ने उपचार न मिल पाने की वजह से न्यायालय में ही अपना दम तोड़ दिया है। उनकी इस आकस्मिक मौत पर सेंट्रल बार एसोसिएशन ने दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है। एसोसिएशन का कहना है कि तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन ने अगर अधिवक्ता विजय कुमार सिंह समय से उपचार मुहैया कराया होता तो शायद वह हम लोगों के बीच जिंदा होते। पूरे में मामले में प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आ रही है। इसलिए अधिवक्ता विजय कुमार सिंह की मौत का जिम्मेदार प्रशासन है।

जानकारी के मुताबिक दीवानी न्यायालय परिसर स्थित पुराना उच्च न्यायालय में मुकदमे की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता विजय कुमार सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई। अधिवक्ता की तबीयत बिगड़ती देखकर भी न तो उन्हें अस्पताल भिजवाया गया और न ही उपचार की कोई व्यवस्था की गई, जिससे उनकी न्यायालय में ही मौत हो गई। उनकी मौत पर साथी अधिवक्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है। सेंट्रल बार एसोसिएशन लखनऊ के महामंत्री संजीव पांडेय ने कहा है कि प्रशासन से मृतक अधिवक्ता की पत्नी को सरकारी नौकरी व 25 लाख रुपए आर्थिक सहायता की मांग की गई है।

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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन अगर उनकी मांग पूरी नहीं करता है, तो हम लोगों को मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा है कि आज शाम तक प्रशासन अगर उनकी मांग पर अपनी सहमति नहीं दे रहा है तो कल अधिवक्ता राजधानी की सड़कों पर उतर की प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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