औरैया हादसे पर अखिलेश की मांग, योगी सरकार मृतक आश्रितों को दें 10 लाख

सपा अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि आपदा के समय अपने भाग्य पर छोड़ दिए गए मजदूर अपने परिवार की महिलाओं और मासूम बच्चों के साथ जिन दर्दनाक हालत से गुजर रहे हैं वह सबूत है भाजपा सरकार के मानवता विरोधी रवैये का।

Update: 2020-05-16 15:16 GMT

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि लाॅकडाउन के 54 दिन के बाद भी हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री की टीम इलेवन के नियंत्रण के बाहर अराजकता व्याप्त है और सरकार चैन की बंसी बजाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी दुख की इस घड़ी में मजदूरों के साथ है। उन्होंने औरैया के हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक परिवार को एक लाख रुपए की मदद पहुंचाएगीं। अखिलेश ने भाजपा सरकार से हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मृतक आश्रितों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की अपील की है।

औरैया हादसे पर अखिलेश नेे योगी सरकार को घेरा

सपा अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि आपदा के समय अपने भाग्य पर छोड़ दिए गए मजदूर अपने परिवार की महिलाओं और मासूम बच्चों के साथ जिन दर्दनाक हालत से गुजर रहे हैं वह सबूत है भाजपा सरकार के मानवता विरोधी रवैये का। हजारों मील चलने से श्रमिकों के पैरों में छाले पड़ गए हैं, भोजन के भी लाले हैं। मासूम बच्चें धूप और भूख में तड़प रहे हैं। दम तोड़ते इंसानों के प्रति उत्तर प्रदेश की पुलिस और प्रशासन की इंसानियत भी मर चुकी है। ट्रकों में लाचार मजदूर ठसाठस भरें है। ट्रकों पर किसी के न चलने के मुख्यमंत्री के निर्देश से पुलिस को अन्याय करने का, ठोकने का परमिट मिला हुआ है।

मजदूरों की सुरक्षित वापसी को लेकर देरी क्यों

उन्होंने सवाल किया कि सरकार ट्रकों को बंद कर रही है तो सरकार ने दस हजार से ज्यादा रोडवेज बसों द्वारा सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से मजदूरों को गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने में देरी क्यों की है? झांसी में यूपी एमपी सीमा पर 10 किलोमीटर जाम में मजदूरों के वाहन फंसे है। मजदूर बसों में बैठने को तैयार नहीं है। औरैया में सड़क हादसे में 24 से ज्यादा गरीब प्रवासी मजदूरों की मौत दिल दहला देने वाली घटना है। लेकिन औरैया में थानाध्यक्ष ने कफन का इंतजाम न कर शर्मनाक काम किया है। मुख्यमंत्री संवेदना प्रकट करने की औपचारिकता से कब तक काम चलाएंगे?

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सरकारी बसों में श्रमिकों से मनमानी वसूली

सपा मुखिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की अक्षमता के कारण अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। सड़कों पर श्रमिकों की भीड़ है। सरकारी बसों में भी उनसे वसूली हो रही है। राहत कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर नाम मात्र की कार्यवाही हो रही है। विपक्ष के तौर पर समाजवादी पार्टी आवाज उठाती है तो मुख्यमंत्री का रवैया इतना नकारात्मक है कि वह इसे दर किनार कर मनमानी पर उतारू हो गये है, उन्हें लोकतंत्र में सकारात्मक सुझाव सुनना भी गवांरा नहीं है। समाजवादी पार्टी ने शुरू से ही अपनी विपक्षी जिम्मेदारी निभाते हुए तमाम समस्याओं के समाधान के सुझाव दिए लेकिन सरकार अपनी प्रशासनिक जड़ता से उबर नहीं पायी है।

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