अखिलेश यादव ने मनाई नेताजी की जयंती, कांग्रेस के बड़े नेताओं ने बनाई दूरी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती का आयोजन समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
लखनऊ: भारत की आजादी में महत्वपूर्ण व निर्णायक भूमिका का निर्वाह करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मनाई, लेकिन कांग्रेस कार्यालय में इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष से लेकर विधानसभा व विधान परिषद के नेता दिखाई नहीं दिए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती का आयोजन समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस की गिनती भारत के वीर सपूतों में की जाती है। आजाद हिंद फौज और आजाद हिंद सरकार बनाकर उन्होंने अपने अदम्य साहस और बलिदान से विश्व में नई शौर्यगाथा लिख दी थी। सुभाष बाबू पूर्ण स्वराज्य के पक्षधर थे। भारत को महाशक्ति के रूप में देखना उनका सपना था।
उन्होंने कहा कि नेता जी के नेतृत्व में देशवासियों ने जो विद्रोह का बिगुल फूंका उसने ब्रिटिश साम्राज्य की चूलें हिल गईं। उनके जयहिंद के नारे की गूंज से ब्रिटिश साम्राज्य दहल उठा था। नौजवानों के वे प्रेरणास्रोत थे। उनके नाम से ही लोगो में आज भी नए जोश का संचार हो जाता है।
ये भी पढ़ें...वाराणसी: रंग लाई बूढ़ी मां की कोशिशें, 4 साल बाद नेपाल की जेल से रिहा हुआ बेटा
इस कार्यक्रम में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी तथा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल,अरविन्द कुमार सिंह, संतोष यादव सनी, प्रदीप चौधरी मथुरा, दीपू श्रीवास्तव, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, आदि मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें...खेलप्रेमियों को मिली ‘नोएडा इनडोर स्टेडियम’ की सौगात, CM योगी ने किया लोकार्पण
कांग्रेस कार्यालय के आयोजन में नहीं दिखे बड़े चेहरे
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भी नेता जी की जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया लेकिन इस कार्यक्रम में कांग्रेस के पुराने व बड़े नेता दिखाई नहीं दिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के बाहर होने के बावजूद ऐसी व्यवस्था नहीं की जा सकी कि विधानसभा में नेता आराधना मिश्रा मोना, विधान परिषद में नेता दीपक सिंह, वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी में से कोई मौजूद रहता। इस आयोजन में वरिष्ठ नेताओं में पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ल और पूर्व मंत्री आरके चौधरी ही प्रमुख रहे।
ये भी पढ़ें...Jaunpur News: अस्पताल में मनाया गया बालिका जन्मोत्सव, दिया ये खास संदेश
पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल ने इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बताया कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वह इतने मेधावी व प्रतिभावान थे कि 1920 में उन्होने इंग्लैण्ड में सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी। परन्तु देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए कांग्रेस पार्टी से जुड़ गये और जीवन पर्यन्त देश सेवा में लगे रहे।
रिपोर्ट: अखिलेश तिवारी