अखिलेश की सफाई: पत्रकारों के सवाल पर भड़के थे मुरादाबाद में, अब पलटे बयान से
मुरादाबाद में अखिलेश यादव जिस प्रेस कांफ्रेस में पत्रकारों के सवाल पर भड़क गये थे और पत्रकारों को पिटवाने की बात कैमरे पर स्वीकार करते दिखाई दिए थे आज कैसे रामपुर में अपने कल के बयान से पलट गये।
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में अखिलेश यादव की जिस प्रेस कांफ्रेस में पत्रकारों पर हमला हुआ उसमें आखिर वो कौन से सवाल थे जिन पर अखिलेश को गुस्सा आ गया। तो आइये हम आपको बताते हैं की अखिलेश यादव से पत्रकारों ने वो कौन कौन से सवाल पूछे थे। जिन पर अखिलेश यादव भड़क गये और पत्रकारों को पिटवाने की बात कैमरे तक पर स्वीकार करते दिखाई दिए थे और आज कैसे रामपुर में अपने कल के बयान से पटल गये। अखिलेश यादव, कल ख़ुद कह रहे थे कि हमने पिटवाया और आज कह रहे हैं कि हम पर हमला हुआ। कल हमला स्वीकारा आज मुकर गये ।
हमारी सरकार में पत्रकार मरते थे तो बीस लाख रूपये देते थे- अखिलेश यादव
मुरादाबाद में बृहस्पतिवार को पहले तो खुद अखिलेश यादव ने पत्रकारों को अपनी प्रेस कांफ्रेंस के लिए फोन और मैसेज भिजवा कर बुलवाया। और फिर खुद तय समय से लगभग दो घंटे देरी से पहुंचे और प्रेस वार्ता में एक चैनल के पत्रकार (जी सलाम ) को सवाल पूछने पर छोटा कह दिया और बेइज्जत करने की कोशिश की उसके बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब देते समय अखिलेश यादव, ये कह गये कि हमारी सरकार में पत्रकार मरते थे तो बीस लाख रूपये हम सरकार की तरफ से देते थे ।
अखिलेश यादव से जब पत्रकारों ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से उनके पारिवारिक रिश्तों और आज़म खान को लेकर सवाल किया तो अखिलेश यादव का पारा चढ़ गया और बोले कि "आपको कैसे पता हमारे प्रधान मंत्री जी से अच्छे रिश्ते हैं और अगर हमने उनसे आज़म खान के बारे में बात की भी होगी तो आपको क्यूँ बता दें? इसके बाद पत्रकारों ने उनसे एमआईएम से गठबंधन पर सवाल किया तो उन्होंने कहा जो पार्टियां भाजपा से मिलकर काम कर रही हैं उन से मिलने की ज़रूरत नहीं है। हम छोटे दलों से गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे और शिवपाल यादव जी का भी छोटा दल है ये कह कर उन्होंने चाचा शिवपाल यादव से गठबंधन करने के संकेत दे दिए ।
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सुरक्षा गार्ड मीडिया कर्मियों पर टूट पड़े
इसके बाद अखिलेश यादव मंच से उतरे और मीडिया ने उनसे सवाल करने चाहे तो उसके बाद उनके समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों ने मीडिया कर्मियों से बदसलूकी शुरू कर दी और जब एक पत्रकार घायल होकर गिर गया और उसे उठाया गया और उसने अखिलेश यादव से शिकायत की तो अखिलेश यादव गुस्से में कई बार बोले की बीजेपी के लिए काम मत करिये यहां से जाइये, उसके बाद अखिलेश यादव के कार्यकर्ता और सुरक्षा गार्ड मीडिया कर्मियों पर टूट पड़े और दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया लगभग घंटे भर के बाद मीडिया कर्मियों को पांच सितारा होटल से पुलिस ने आकर बचाया और बाहर सुरक्षित निकाला गया ।
जानबूझ कर साजिश रची
कल कैमरे पर खुद मीडिया कर्मियों को मारने की बात स्वीकार करने के बाद आज अखिलेश यादव ने रामपुर में कहा की कल हमला मेरी सुरक्षा पर नहीं मेरे ऊपर होने की तैयारी थी और सरकार और पत्रकारों की साजिश अपमानित करने की थी जानबूझ कर साजिश रची है और क्या आप बंगाल में नहीं देख रहे की ममता बेनर्जी के साथ क्या हो रहा है ये हमला हम लोगो पर था हम लिफ्ट में फंसे रहे और लाईट चली गयी प्रशासन इसकी जाँच करे की लाईट क्यूँ गयी । जैसे जैसे चुनाव करीब आएगा भारतीय जनता पार्टी और सरकार के लोग हमला करायेंगे ।
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अब अखिलेश यादव से कोई ये पूछे कि कल तो आप कैमरे पर ख़ुद बोल रहे थे कि हां पत्रकारों को हमने पिटवाया और आज आप कह रहे हैं की हम पर हमला हुआ। नेता जी कैमरा झूठ नहीं बोलता आप अपना कल का बयान भी सुन लीजिए । फिलहाल मुरादाबाद में पत्रकारों ने अखिलेश यादव के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस में तहरीर दे दी है और पुलिस ने घटना की जाँच भी शुरू कर दी है ।
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