अखिलेश ने भाजपा पर लगाया आरोप, जाति को लेकर कही ये बड़ी बात

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को जातिवादी पार्टी करार देते हुए कहा है कि भाजपा को जातिवाद का नंगा नाच करने में...

Update: 2020-02-25 15:46 GMT

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को जातिवादी पार्टी करार देते हुए कहा है कि भाजपा को जातिवाद का नंगा नाच करने में कोई संकोच नहीं। स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि अब भाजपा के इशारे पर शिक्षा-स्वास्थ्य में भी जातिवादी व्यवस्था लागू है।

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अपराध नियंत्रण में भी जातिवादी दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। इस सबके चलते समाज में नफरत का जहर घुलता जा रहा है और आपसी सद्भाव तथा सौहार्द को क्षति पहुंच रही है। सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि भाजपा का इरादा समाज में अव्यवस्था पैदा कर कारपोरेट समाज का वर्चस्व स्थापित करना है।

समाज में सबको उनकी संख्या के मुताबिक हक मिले-अखिलेश

उसकी नीतियां गरीब, किसान और नौजवान विरोधी हैं। समाज में सबको उनकी संख्या के मुताबिक हक और सम्मान मिले इसके लिए सपा काफी समय से जातीय जनगणना की मांग करती रही है। लेकिन कांग्रेस की तरह भाजपा भी इसे मानने को तैयार नहीं है।

 

उन्होंने कहा कि दरअसल, एक बार जातीय जनगणना हो जाने पर समानुपातिक ढंग से सबकी हिस्सेदारी तय हो जाएगी और भाजपा का जातीय विभाजन का खेल खत्म हो जाएगा लेकिन विकास और सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना आवश्यक है।

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अखिलेश ने कहा कि भाजपा-आरएसएस का भ्रामक प्रचार करके लोगों को गुमराह करने का एजेण्डा बहुत पुराना है। इसी की रणनीति बनाकर वह अपने सघन अभियान में जुट गई है। इससे देश का बना बनाया तानाबाना टूटेगा और समाज में विघटन की स्थिति पैदा होगी। लोकतंत्र के लिए यह खतरे का संकेत है।

उन्होंने कहा कि सपा शुरू से ही प्रारम्भ से ही लोकतंत्र और समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध रही है। वह समाज को जोड़ने और परस्पर प्रेम और विश्वास की स्थापना के लिए काम करती रही है। भाजपा जाति की आड़ में अराजकता को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इससे समाज में हिंसा और वैमनस्य का विस्तार हुआ है। इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है और वर्ष 2022 में उसे इसकी जवाबदेही जनता को देनी ही होगी।

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