किसानों के खातों से वापस जा लिया जा रहा है किसान सम्मान निधि का धन: अखिलेश

सपा अध्यक्ष ने सोमवार को कहा कि  भाजपा ने गन्ना किसानों को बहुत धोखा दिया है उसकी कुनीतियों के कारण पेराई सत्र खत्म होने के बाद भी गन्ना किसानों को उनकी कीमत नहीं मिल पाई।

Update:2019-06-17 19:57 IST
अखिलेश यादव की फ़ाइल फोटो

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि जिन किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत साल में दो-दो हजार रुपये की तीन किस्ते देने का प्रलोभन देकर भाजपा ने लोकसभा चुनावों में वोटों का सौदा किया था उनके बैंक खातों से अब रकम वापस ली जा रही है।

सपा अध्यक्ष ने सोमवार को कहा कि भाजपा ने गन्ना किसानों को बहुत धोखा दिया है उसकी कुनीतियों के कारण पेराई सत्र खत्म होने के बाद भी गन्ना किसानों को उनकी कीमत नहीं मिल पाई।

ये भी पढ़ें...सपा-बसपा गठबंधन पर अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान

गन्ना किसानों को 10 हजार 343 करोड़ रुपए से ज्यादा बकाया है। किसानों का यह बकाया अदा करने में भाजपा सरकार हीला हवाली कर रही है लेकिन मिल मालिकों पर सख्ती करने से बच रही है।

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार गन्ना किसानों के साथ जो छल प्रपंच कर रही है उसके परिणाम स्वरूप गन्ना की पैदावार घटी है। गन्ना पेराई के समय चीनी मिलों के रवैये के चलते बड़ी संख्या में तौल में गड़बड़ी के साथ पर्चियों में भी खेल किया गया। बड़ी संख्या में किसान का गन्ना खेतों में ही खड़ा रह गया।

ये भी पढ़ें...मुखिया अखिलेश यादव की कमियां जिससे सपा आयी हाशिये पर

चीनी मिलो ने 806.9 लाख क्विंटल गन्ना कम खरीदा। इससे चीनी उत्पादन भी 12.7 लाख क्विंटल घट गया। उन्होंने कहा कि भाजपा गांव-किसान खेती को प्राथमिकता देने के बजाय कारपोरेट जमात के हितों के लिए काम करती है। किसानों की मदद के बजाय वह चीनी मिल मालिकों के साथ उदारता बरतती है। बाहर से चीनी आयात करती है, गन्ना किसान की उपेक्षा करती है।

ये भी पढ़ें...जब भुट्टा बेचने वाले से मिले अखिलेश यादव और पूछा ये दिल छू लेने वाला सवाल

Tags:    

Similar News