Akhilesh Yadav Fan: अखिलेश यादव से मिलने के लिए 7 बार घर से भाग चुका है ये किशोर
Akhilesh Yadav Fan: आजमगढ़ का यह किशोर अखिलेश यादव से मिलने के लिए इस कदर बेचैन है कि अब तक वह 7 बार घर से भाग चुका है। आखिरी बार 26 मार्च को वह लापता हुआ था।
Akhilesh Yadav Fan:उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में लंबे समय से समाजवादी पार्टी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोलता रहा है। उपचुनाव में भले ही यहां सपा को हार का पड़ा लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर साइकिल दौड़ी थी। यहां के लोगों में अखिलेश यादव को लेकर खासा क्रेज है। हाल ही में इसकी एक बानगी भी उस वक्त देखने को मिली, जब एक नाबालिग उनसे मिलने के घर से लखनऊ एक-दो बार नहीं बल्कि 7 बार भागा। फिलहाल किशोर को लखनऊ में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के हवाले कर दिया गया है।
आजमगढ़ का यह किशोर अखिलेश यादव से मिलने के लिए इस कदर बेचैन है कि अब तक वह 7 बार घर से भाग चुका है। आखिरी बार 26 मार्च को वह लापता हुआ था। परिजनों ने चाइल्डलाइन से संपर्क कर उसके गुमशुदा होने की सूचना दी थी। साथ ही यह भी बताया कि वह बार-बार घर से क्यों भागता है। परिजनों ने बताया कि जब वह पहली बार घर से भागा था, तब उसकी उम्र महज 10 साल थी। अखिलेश से मिलने के लिए वह दिल्ली और मुंबई जैसे दूर-दराज शहरों में जा चुका है।
चाइल्डलाइन सक्रिय
परिजनों से मिली जानकारी के बाद अखिलेश यादव के विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास के पास चाइल्डलाइन के कार्यकर्ताओं मुस्तैद हो गये। इसके अलावा बंदरिया बाग, दिलकुशा मार्ग और हजरतगंज में भी कर्मचारियों को तैनात किया गया था। रविवार की रात तो उसका कुछ पता नहीं चला। पूछताछ में एक रेहड़ी-पटरी दुकानदार ने बताया कि उसने इलाके में एक सामान्य से दिखने वाले किशोर को देखा है।
अखिलेश से मिलने को पार्टी दफ्तर के बाहर खड़ा था...
चाइल्डलाइन के कार्यकर्ता अगले दिन फिर से किशोर की तलाश में निकले। समाजवादी पार्टी के कार्यालय बाहर उन्होंने एक किशोर को खड़े देखा। उसने समाजवादी पार्टी लाल टोपी पहन रखी थी और गले में एक स्टोल लपेटा हुआ था। पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह अखिलेश यादव से मिलने के लिए यहां आया है।
सीडब्ल्यूसी ने दिया आदेश
किशोर ने बताया कि उसने अखिलेश यादव के आवास में घुसने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा गार्डों ने उसे वापस कर दिया। अब उसे बाल आश्रय गृह में भेज दिया गया है। सीडब्ल्यूसी ने आदेश दिया है कि किशोर को मोहन रोड स्थित सरकारी बाल आश्रय गृह में तब तक रखा जाए, जब तक कि उसके माता-पिता आजमगढ़ से लेने उसे नहीं आ जाते। फिलहाल, लड़के की काउंसलिंग भी की जा रही है।