AKTU: एकेटीयू के वीसी प्रो पीके मिश्र को राज्यपाल ने किया तलब, ये है पूरा मामला

AKTU: उनके उपर लगे अनियमितताओं के आरोप पर सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। अधिकारों के दुरुपयोग और अनियमितताओं का आरोप। डिजिटल मूल्यांकन की फर्म को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए हैं।

Written By :  Anant kumar shukla
Update:2023-01-04 17:12 IST

AKTU VC Prof PK Mishra was summoned by the governor (Social Media)

AKTU: एकेटीयू के वीसी प्रो पीके मिश्र के विरूद्ध लगातार मिल रहे शिकायतों से नाराज राज्यपाल ने जवाब तलब किया है। उनके उपर लगे अनियमितताओं के आरोप पर सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो अनुराग त्रिपाठी ने अधिकारों के दुरुपयोग और अनियमितताओं का आरोप लगाया। डिजिटल मूल्यांकन की फर्म को लेकर भी कई सवाल खड़े किए हैं।

कुलपति पर इन बिंदुओं पर लगे अनियमितता के आरोप

  • विश्वविद्यालय में प्रो अनुराग त्रिपाठी दिनांक 19 जून, 2022 से परीक्षा नियंत्रक के पद पर कार्यरत है। उनके द्वारा 18 मई, 2021 को दिये गये त्यागपत्र को दिनाक 22 नवंबर, 2022 त्यागपत्र स्वीकार किया गया ।
  • प्रो अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा से संबंधित डिजिटल मूल्यांकन एवं रिजल्ट प्रोसेसिंग जिस एजेन्सी से गत एक वर्ष से कराया जा रहा था। इसका भुगतान विश्वविद्यालय द्वारा नहीं किया गया। जिसके कारण संबंधित एजेन्सी (फर्म) द्वारा 17 नवंबर, 2022 से संबंधित कार्य बन्द कर दिया गया।
  • पूर्व परीक्षा नियंत्रक बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा भुगतान न किये जाने के कारण रिजल्ट अपडेशन, मार्कशीट प्रिंटिंग व अन्य कार्य 35 दिनों से स्थगित रहा। जिसके कारण आगामी परीक्षा के फार्म को भरे जाने में छात्रों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
  • विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव ने शिकायत दर्ज कराया था कि कुलपति द्वारा नई फर्म को बिना टेण्डर के ही कार्य आवंटित कर दिया गया। ऐसा किन परिस्थितियों में कुलपति द्वारा किया गया। स्पष्ट करने की अपील की थी।
  • पूर्व परीक्षा नियंत्रक ने अपने शिकायत पत्र में यह भी स्पष्ट करने की अपील की थी कि विश्वविद्यालय द्वारा बिना किसी टेण्डर के किस नियम के तहत नई फर्म को कार्य आवंटित किया गया है। कितनी धनराशि का कार्य नई फर्म को आवंटित किया गया है? त्रिपाठी द्वारा यह भी कथन किया गया है कि नई फर्म 24 दिनों से बचे हुए कार्य को भी पूर्ण नहीं कर पायी है। जिसके कारण परीक्षा फार्म भरने में छात्रों में दिक्कतो का समना करना पड़ रहा है।
  • प्रो त्रिपाठी द्वारा अपने पत्र में यह उल्लेख किया है कि डिजिटल मूल्यांकन एजेन्सी का टेण्डर काल दिनांक 27 दिसम्बर, 2022 को समाप्त हो चुका है। नये टेण्डर हेतु अनुमोदन 75वीं एवं 76वीं परीक्षा समिति व विद्या परिषद से समय से पूर्व में लिया जा चुका है। टेण्डर कराये जाने हेतु उन्होने कुलसचिव को कई बार सूचित किया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
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