विधान परिषद में गूंजा अलीगढ़ लाठीचार्ज मामला, सपा वेल में
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही महज चार प्रश्न हो जाने के बाद साढे 11 बजे सपा सदस्य नरेश उत्तम ने सीएए और एनआरसी के विरोध में अलीगढ़ में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर लाठी चार्ज किए जाने के मामले को उठाते हुए सरकार से बयान की मांग की।
लखनऊ: विधान परिषद में सोमवार को अलीगढ़ में धरना दे रही महिलाओं पर लाठीचार्ज किए जाने के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी ने वेल में जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। इसके साथ ही राजधानी लखनऊ में हुई हत्या, प्रदेश की नदियों में बढ़ रहे प्रदूषण और राजकीय शिक्षकों की भांति सहायिक विद्यालयों के शिक्षकों को भी निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के मामले उठे।
महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही महज चार प्रश्न हो जाने के बाद साढे 11 बजे सपा सदस्य नरेश उत्तम ने सीएए और एनआरसी के विरोध में अलीगढ़ में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर लाठी चार्ज किए जाने के मामले को उठाते हुए सरकार से बयान की मांग की। नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि घटना काफी गंभीर है। सरकार को स्वतः ही बयान देना चाहिए। वहां हालात बेकाबू है। महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है। लाठी चार्ज किया गया।
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सपा सदस्य सरकार विरोधी नारे लगाते हुए पहुंचे वेल में
सरकार वहां डिक्टेटरशिप चला रही है। दहशत का माहौल है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। प्रदेश जल रहा है। सत्ता पक्ष ने पूछा कि मामला किस नियम के तहत उठाया है। सभापति रमेश यादव ने कहा कि यह प्रश्न प्रहर चलने दे, यह मामला सदस्य शून्य प्रहर में उठा सकते हैं। वावजूद इसके सपा सदस्य नहीं माने और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए वेल में आ गये। सदन अव्यवस्थित देख सभापति ने सदन को बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
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शून्य प्रहर में सपा के अहमद हसन, बलराम यादव, राम सुन्दर दास निषाद, शशांक यादव एवं अन्य सदस्यों ने कानून व्यवस्था का मामला उठाते हुए राजधानी लखनऊ में बीती 20 फरवरी को दिन-दहाडे़ अलकनन्दा अपार्टमेन्ट के गेट पर हुई हत्या का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। कांग्रेस के दीपक सिंह एवं नसीमुद्दीन सिद्दीकी की नियम-110 की सूचना को इसी के साथ अधिष्ठाता ने सम्बद्ध कर दिया। ग्राहय्ता पर सपा के आनन्द भदौरिया, राम सुन्दर दास निषाद, नेता विरोधी दल अहमद हसन, कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने विचार व्यक्त किये। नेता सदन एवं उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने वाकआउट किया।
बसपा के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव, सुरेश कुमार कश्यप भीमराव अम्बेडकर एवं अन्य सदस्यों ने बीती 10 जनवरी को मेरठ के मवाना थानाक्षेत्र के कौल गांव में एक नाबालिक के साथ दुष्कर्म करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही न किये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। सूचना की ग्राहय्ता पर धर्म वीर सिंह अशोक, सुरेश कुमार कश्यप, दिनेश चन्द्रा बोले। नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। बसपा ने सरकार पर गलतबयानी का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट किया।
पैन्टेल टेक्नालाॅजीज प्रा.लि. करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला
शिक्षक दल के ओम प्रकाश शर्मा, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर, सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने राजकीय शिक्षकों की भांति सहायिक विद्यालयों के शिक्षकों को भी निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। नेता सदन ने इसे मानवीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अभी ऐसा कोई विचार नहीं है। अधिष्ठाता ने सरकार से मामले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किसा। कांग्रेस के दीपक सिंह एवं नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पैन्टेल टेक्नालाॅजीज प्रा.लि. द्वारा प्रदेश के लाखों ग्राहकों और हजारों डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी करने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।
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नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। अधिष्ठाता ने सरकार को प्रदेश के उपभोक्ताओं का धन वापस दिलाये जाने के संबंध आवश्यक संभव कार्यवाही किये जाने का निर्देश दिया। निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चन्देल, चेतनाराण सिंह एवं कान्ति सिंह ने उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग में स्वावित्त पोषित अनुदानित महाविद्यालयों एवं असहायिक स्ववित्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों के संबंध में सेवा नियमावली बनाये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।
सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, बलराम यादव, आनन्द भदौरिया, बासुदेव यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश की नदियों में बढ़ रहे प्रदूषण का मामला कार्य स्थगन के माध्यम से उठाया। सूचना की ग्राहय्ता पर सुनील सिंह साजन ने बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नदियों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। गोमती नदी को हमने स्वच्छ और निर्मल बनाने की कोशिश की थी लेकिन सरकार ने द्वेषवश वह काम रोक दिया। शशांक यादव और नरेश उत्तम ने कहा कि यह स्वास्थ्य से जुड़ा गंभीर विषय है।
जल शक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने विपक्ष के अरोपों को खारिज करते हुए कहा कि गंगा यात्रा इनकी समझ से परे का विषय है। 26 विभागों को लेकर हमने आस्था से अर्थ को जोड़कर इसकी परिकल्पना की है। यह गंगा मैया को स्वच्छ बनाने के लिए है। अधिष्ठाता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सरकार से कहा कि जल प्रदूषण चिंता का विषय है। पूरा जनजीवन इससे प्रभावित हो रहा है। सरकार आवश्यक कार्यवाही करेे।