Aligarh News: जीटी रोड पर बनी मस्जिद को तोड़ने का कोर्ट ने दिया आदेश, एएमयू में कैंडल मार्च कर जताया अपना रोष
Aligarh News: छात्रों का कहना था कि इलाहाबाद जीटी रोड पर बनी मस्जिद को कोर्ट के आदेशों के अनुसार शहीद किया गया है।
Aligarh News: हमारे देश में विभिन्न धर्म एवं जातियों के लोग रहते हैं। भारत की संस्कृति प्राचीन काल से ही आकर्षित रही है। भारत में समय-समय पर जिन जिन राजाओं ने राज किया उन राजाओं ने अपनी छाप भारत के विभिन्न हिस्सों में छोड़ी है। जिनकी निशानियां आज भी भारत के कई हिस्सों में पाई जाती हैं। भारत में सभी धर्म के लोग एक दूसरे की संस्कृति का ख्याल रखते हुए सम्मान देते हैं। इन्हीं कारणों की वजह से विश्व में भारत अपना विशेष स्थान रखता है।
दरअसल, मामला थाना सिविल लाइन क्षेत्र के अंतर्गत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का है जहाँ आज यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया। छात्रों का कहना था कि इलाहाबाद जीटी रोड पर बनी मस्जिद को कोर्ट के आदेशों के अनुसार शहीद किया गया है। भारत में कोर्ट का आदेश सर्वोपरि माना जाता है। जिसका हम सम्मान भी करते हैं। लेकिन भारत में विभिन्न संस्कृति के लोग पाए जाते हैं। कोर्ट हो या सरकार भारत में रहने वाले हर धर्म के लोगों का सम्मान के साथ-साथ उनकी संस्कृति का भी ख्याल रखना चाहिए। जिससे किसी के मन को ठेस ना पहुंचे।
खुद शेरशाह सूरी ने बनवाया मस्जिद
इलाहाबाद जीटी रोड पर जिस मस्जिद को शहीद किया गया है। वह शेरशाह सूरी के समय की मस्जिद थी जिसको खुद शेरशाह सूरी ने बनवाया था। यह मस्जिद ऐतिहासिक भी थी। यदि मज्जिद रोड के बीच में आती है तो रोड को मोड़ा भी जा सकता था। कम से कम ऐतिहासिक धर्म स्थान को शहीद ना किया जाता, बहुत से फैसले कोर्ट के आए हैं जब कोई धर्म स्थान रोड के बीच आता है तो रोड के रूट को बदला भी जाता है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आज शांतिपूर्ण ढंग से मस्जिद को शहीद किए जाने की वजह से कैंडल मार्च निकाला गया है। हमारा कहना है कि भारत में जिस तरह से विभिन्न विभिन्न धर्म और जाति के लोग रहते हैं। सरकार और कोर्ट को हर धर्म और जाति के लोगों का सम्मान करते हुए ठेस ना पहुंचाने वाले आदेशों को पालन में लाना चाहिए।