Aligarh News: गैस सिलेंडर जलाने जा रहे बुजुर्ग ने ये सोचा भी न था...हादसा
Aligarh News: गैस जलाते ही पकड़ लिया आग, सिलेंडर ब्लास्ट होने से मलबे में तब्दील हो गया घर।
Aligarh News: लोधा थाना क्षेत्र के गांव मीर की नगरिया में सरकार द्वारा दिए गए उज्ज्वला गैस सिलेंडर फटने से एक मकान की छत उड़ गई। जिसके बाद मकान भरभराकर जमीन पर धराशाई होकर गिर गया। वहीं इस घटना में एक व्यक्ति मलबे में दब गया। जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनते ही गांव में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मकान के मलबे में दबे व्यक्ति को कई घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला और उसको आनन-फानन में उपचार के लिए जिला मलखान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं आपको बता दें जब ग्रामीण जिला अस्पताल की इमरजेंसी पर उसे लेकर पहुंचे तो वहां पर स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं बनी जिसके करीब आधा घंटा बाद स्ट्रेचर की व्यवस्था हो पाई जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा उसको अस्पताल में भर्ती कराया।
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बता दें कि जनपद अलीगढ़ के थाना लोधा क्षेत्र के गांव मीर की नगरिया निवासी 65 वर्षीय वृद्ध प्रेमवीर सिंह गुरुवार की देर शाम सरकार द्वारा दिए गए उज्ज्वला गैस के चूल्हे पर दूध गर्म करने के लिए गया था। बताया जा रहा है कि जैसे ही प्रेमवीर ने गैस के चूल्हे पर दूध रखा और गैस को जलाने के लिए माचिस की तिल्ली जलाई उसी दौरान अचानक सिलेंडर में आग लग गई। सिलेंडर में आग लगते ही पूरे कमरे में देखते ही देखते आग फैल गई। जिसके बाद तेज ब्लास्ट के साथ मकान की छत उड़ गई और पूरा मकान जमीन पर धराशाई हो गया और आग बुझ गई और प्रेमवीर सिंह मकान का मलबे में तब्दील हो गया। गैस सिलेंडर फटने की खबर पूरे गांव में फैल गई और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीणों का जमावड़ा मौके पर लग गया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के द्वारा गैस सिलेंडर फटने की सूचना पुलिस को दी और ग्रामीणों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मकान के मलबे में दबे 65 वर्षीय प्रेमवीर को घंटों की मशक्कत के बाद ढूंढ कर बाहर निकाला गया।
गैस लीक होने के चलते सिलेंडर का पाइप फटा
वहीं पड़ोसी गवेन्द्र का कहना है कि प्रेमवीर सिंह वृद्ध हैं और घर में अकेले रहते थे जबकि उसकी पत्नी की 6 महीने पहले मौत हो गई थी। वहीं उसने बकरी पालन के लिए बैंक से पांच लाख रुपये का लोन लिया था। तभी उसको उज्जवला योजना का गैस सिलेंडर मिला था और गैस लीक होने के चलते सिलेंडर का पाइप फट गया और मकान की छत गिर गई।
गांव के ही रनपाल पाल सिंह का कहना है कि सिलेंडर फटने से हादसा हो गया। घायल के लिए काफी देर तक अस्पताल में स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं बनी। आधे घंटे बाद उसको जिला अस्पताल की इमरजेंसी पर स्ट्रेचर मिला। प्रेमवीर सिंह वर्षों पूर्व होमगार्ड में पीसी थे और नौकरी से रिजाइन दे दिया था। जबकि पत्नी की छह माह पूर्व मौत होने के बाद प्रेमवीर अपने घर में अकेले ही रहते थे।