UP Nikay Chunav 2023: वोट डालने के लिए दीपिका बनी मोनिका गौतम, पुलिस ने किया गिरफ्तार
UP Nikay Chunav 2023: अपना नाम बदलकर कन्या पाठशाला मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंची। उसने फर्जी आधार कार्ड के जरिए वोट डालने का प्रयास किया और शक होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
Aligarh News: खैर तहसील क्षेत्र के कस्बा खैर नगर पालिका चुनाव में फर्जी आधार कार्ड के जरिए एक युवती ने वोट डालने का प्रयास किया। वो अपना नाम बदलकर कन्या पाठशाला मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंची। उसने फर्जी आधार कार्ड के जरिए वोट डालने का प्रयास किया और शक होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
युवक पर लगाया फर्जी वोट डालने ले जाने का आरोप
फर्जी वोट डालने के प्रयास में पकड़ी गई युवती की पहचान पालदपुर गांव की रहने वाली दीपिका पुत्री ज्ञानेंद्र के तौर पर की गई। जबकि जो आधार कार्ड वो इस्तेमाल कर रही थी, उसपर ओम नगर निवासी मोनिका गौतम का नाम लिखा था। युवती को महिला पुलिसकर्मी हिरासत में लेते हुए जीप में बैठाकर थाने ले गईं। जहां पूछताछ में लड़की ने बताया कि उसके पिता कोल्ड स्टोरेज पर काम करते हैं। उसी कोल्ड स्टोरेज पर काम करने वाला सचिन नाम का युवक उसको बाइक पर बैठाकर मतदान कराने ले आया। पुलिस इस मामले में गहनता के साथ जांच करते हुए कार्रवाई में जुटी है।
उम्मीदवारों ने जताई आपत्ति
मतदान केंद्र पर फर्जी वोटर पकड़े जाने पर खैर नगर पालिका के उम्मीदवारों ने गहरी नाराजगी जताते हुए पुलिस से वोटिंग केंद्र पर सख्त निगरानी रखने की मांग की। वहां तैनात निर्वाचन कर्मचारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया। नगर पालिका खैर से निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति शर्मा के पति ने कहा कि पीठासीन अधिकारी ने उसका आधार कार्ड देखने के बाद बिना जांच-पड़ताल उसको अंदर कैसे जाने दिया, ये बड़ा सवाल है। मतदान कर्मचारियों को वोटिंग स्थल पर हर आने-जाने वाले वोटर की ठीक से जांच-पड़ताल करनी चाहिए।
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बन्नादेवी इलाके में भाजपाइयों का हंगामा
अलीगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग के दौरान एक और मामला बन्नादेवी इलाके से सामने आया। यहां मालवीय पुस्तकालय के मतदान केंद्र पर भाजपाइयों ने बुर्के में वोट डालने जा रहे कुछ मतदाताओं पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही है। इस दौरान हंगामा करने की वजह से करीब आधे घंटे वोटिंग प्रक्रिया बाधित रही। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों ने कमान संभाली और कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया।