आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी 93 की उम्र में निधन

मौलाना राबे हसनी नदवी का जन्म रायबरेली में 1 अक्टूबर 1929 को हुआ था। वे इल्मी घराने से संबंध रखते हैं। जाने माने स्कालर मौलाना अली मियां नदवी उनके मामू थे।

Update:2023-04-14 00:34 IST
hazrat maulana rabe hasni nadvi (Photo-Social Media)

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का 13 अप्रैल को 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। राबे हसनी बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। वे निमोनिया से पीड़ित थे। उन्हे रायबरेली से इलाज के लिए लखनऊ लाया गया था। लखनऊ के डालीगंज स्थित नदवा मदरसे में उन्होने अंतिम सांस ली।

कौन थे नदवी

मौलाना राबे हसनी नदवी का जन्म रायबरेली में 1 अक्टूबर 1929 को हुआ था। वे इल्मी घराने से संबंध रखते हैं। जाने माने स्कालर मौलाना अली मियां नदवी उनके मामू थे। नदवी को सऊदी अरब ने सबसे बड़े इस्लामी अवॉर्ड से नवाजा था। वे लखनऊ स्थित नदवतुल उलेमा के अध्यक्ष भी थे।

मौलाना खालिद रशीद फरंगी ने दी जानकार

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने उनके निधन की पुष्टि की। उन्होने एक चैनल से बताया कि मौलाना राबे नदवी काफी समय से बीमार चल रहे थे। गुरूवार की दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे उन्होंने लखनऊ स्थित इस्लामी शिक्षण संस्थान नदवतुल उलमा (नदवा) में अंतिम सांस ली।

फिरंगी ने बताया कि नदवी 21 साल से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष थे। उनकी नमाज-ए-जनाजा 13 अप्रैल को रात 10 बजे नदवा में पढ़ी जाएगी। 14 अप्रैल की सुबह आठ बजे रायबरेली में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

बेबाकी के लिए जाना जाता था

राबे हसनी नदवी को बेबाकी के लिए जाना जाता था। धार्मिक मुद्दों पर बढ़चढ़कर बोलते थे। उन्होने कहा था कि इस्लाम को नमाज तक समेट कर रख दिया गया है। सामाजिक मामलों की उपेक्षा की जा रही है। बदालाल की जरूरत है।

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