Amethi News: चार लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाने में स्वयं उलझी पुलिस, जमीनी विवाद में दस माह पूर्व हुई थी चार लोगों की हत्या

Amethi News: दस माह पूर्व 15 मार्च को अमेठी कोतवाली क्षेत्र के गुंगवाछ गांव में जमीनी विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया था। जिसमे पूर्व ग्राम प्रधान अमरेश यादव, उनके पिता संकठा प्रसाद यादव, मां पार्वती यादव व बड़े भाई हनुमान की मौत हो गई थी।

Update: 2023-01-14 14:16 GMT

Amethi murder of four people not resolved

Amethi News: दस माह पूर्व जमीनी विवाद में हुए हत्या कांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस खुद ही उलझ गई है।दस माह बाद चार लोगों की हत्या का मामला फिर सुर्खियों तब आ गया जब, हत्या के आरोप में सजा काट रहे चारों आरोपियों को पुलिस ने विवेचना में क्लीन चिट दे दिया। गलत नामजदगी के मामले में पुलिस अधीक्षक ने तत्कालीन एस एच ओ और दो क्षेत्राधिकारियों खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। हत्या में लापरवाही के मामले में तत्कालीन एस एच ओ और दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।

आपको बताते चले की लगभग दस माह पूर्व 15 मार्च को अमेठी कोतवाली क्षेत्र के गुंगवाछ गांव में जमीनी विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया था। जिसमे पूर्व ग्राम प्रधान अमरेश यादव, उनके पिता संकठा प्रसाद यादव, मां पार्वती यादव व बड़े भाई हनुमान की मौत हो गई थी। हत्या के बाद अक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल काटा था। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने राम दुलारे यादव, अखिलेश यादव, बृजेश यादव और छोटू यादव के अलावा मौजूदा ग्राम प्रधान आशा तिवारी, उनके पति राम शंकर तिवारी व पुत्र नितिन तिवारी पर हत्या का केस दर्ज किया था।घटना में आरोप पत्र दाखिल करते हुए सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।मामले में तत्कालीन एस एच ओ और हल्के के दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया था।घटना के समय अर्पित कपूर अमेठी के सीओ थे और विनोद कुमार सिंह अमेठी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक थे।

घटना में तत्कालीन एसएचओ और दो सिपाही हुए थे निलंबित

वहीं पूरा घटना के बाद विनोद कुमार सिंह को निलंबति करने के बाद उमाकांत शुक्ल को अमेठी कोतवाली प्रभारी बनाया गया था।हत्याकांड के कुछ ही दिनों बाद सीओ अर्पित कपूर को हटाकर यह जिम्मेदारी मनोज कुमार यादव को दी गई।आरोप है कि दोनों सीओ व एसएचओ उमाकांत शुक्ला ने घटना में चार लोगों की नामजदगी को फर्जी बताते हुए भी सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इतना ही नहीं आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार करने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी अमेठी से दिखाई गई।मामले में डीजीपी कार्यालय के कड़े निर्देश के बाद घटना में नामजद चार आरोपियों का नाम निकालने के बाद अमेठी पुलिस अधीक्षक ने तीनों अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है।

वादी के अधिवक्ता ने विवेचना पर खड़ा किया सवाल

वादी के अधिवक्ता रवि शुक्ला ने बताया की सीजीएम कोर्ट में बहस की जा चुकी है फैसला अभी सुरक्षित है। आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य है ।पूरे मामले में पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल के आधार पर यह नहीं तय किया जा सकता है कि किस की मौजूदगी कहां थी।

एसपी बोले जांच रिपोर्ट मिलते ही होगी कार्यवाही

पूरे मामले में अमेठी के पुलिस अधीक्षक डॉ. इलामारन ने कहा कि मामले में तीनों अफसरों की मनमानी प्रथम दृष्टया साबित हो रही है।विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलते ही सभी के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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