VVIP डिस्ट्रिक्ट अमेठी में 3 टैबलेट से हो रहा हर तरह के पेशेंट का ट्रीटमेंट

सियासी दृष्टिकोण से पक्ष-विपक्ष दोनों का दावा है कि ज़िले में उन लोगों ने विकास की गंगा बहा दी है। लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त इससे परे है।

Update:2018-03-15 09:40 IST

अमेठी: सियासी दृष्टिकोण से पक्ष-विपक्ष दोनों का दावा है कि ज़िले में उन लोगों ने विकास की गंगा बहा दी है। लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त इससे परे है। यहां लोगों के स्वस्थ्य के साथ घिनौना मजाका किया जा रहा है। जी हाँ, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मात्र 3 टैबलेट पूरे मरीजों का इलाज किया जाता है।

गौरीगंज डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल का मामला

- ग़ौरतलब हो कि अमेठी के गौरीगंज में बना डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल मौजूदा समय में खुद वेंटिलेटर पर है।

- यहां पेशेंट के इलाज के लिये दवाओं का टोटा है। वो भी तब जब यहां राहुल गांधी जैसा सांसद मौजूद है।

- और तो और केंद्रीय मंत्री एवं ज़िले की दीदी का ये इलाका सियासी क्षेत्र है।

- इससे भी अधिक शर्मनाक बात ये कि सूबे की सरकार में राज्यमंत्री का सुख-भोग उठा रहे सुरेश पासी भी इसी जिले के हैं।

- इन तमाम हस्तियों के होते हुए किसान नेता रीता सिंह ने जो आरोप लगाये हैं, वो इन बड़े नेताओं की साख पर बट्टा लगा रहा है।

किसान नेता का आरोप: सीएमओ कहते हैं 'डॉक्टर को मारो- करो तोड़फोड़'

दर्जनों की संख्यां में सीएमओ आफिस का घेराव करते हुए किसान नेता रीता सिंह ने बताया की पैरासिटामाल से लेकर कोई दवा है ही नहीं। 3 गोली 'एक काली, एक लाल, एक ब्राउन' बस यही गोलियां यहां पर हैं। यही तीन गोली चाहे लूज़मोशन, चाहे बुखार और चाहे उल्टी या कोई भी बीमारी, यही दे रहे।

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में महिलाओं के लिये अलग से महिला विशेषज्ञ डॉक्टर हैं नहीं, जबकि महिला डॉक्टरों की कमी नहीं है। उन्होंंने बताया कि एक-एक जगह दो-दो को पोस्ट किया गया है। इसके लिये डीएम को सम्बोधित लेटर भी एसडीएम को दिया गया जो रद्दी की टोकरी में चला गया।

किसान नेता ने दावा किया कि पूरे प्रदेश में इतना बुरा हाल किसी अस्पताल का नहीं होगा जितना अमेठी के अस्पताल का है। एंटी रैबीज़ इंजेक्शन है ही नही। उन्होंंने सीएमओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उनसे शिकायत करो तो जवाब मिलता है 'डॉक्टर को मारो-तोड़फोड़ करो'। इससे नाराज़ होकर उन्होंंने प्रदर्शन किया।

एडी स्वास्थ्य बोले: आर्डर जा रहा समय से नहीं हो पा रही सप्लाई

इस पूरे मामले में फैज़ाबाद मंडल के एडी स्वास्थ्य डा.आर.के. कुशवाहा ने कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन का न होना, महिला डाक्टर का न होना, दवाओं का न होने की बात सही है। उन्होंंने एक सप्ताह में समस्याओ के निराकण की बात कही है।

उन्होंंने बताया कि प्रदेश में 165 दवाओं की आरसी है। दवाओं के आर्डर तो जा रहे हैं, मगर समय से सप्लाई नहीं हो पा रही। उन्होंंने ये भी बताया कि प्रमुख सचिव और विशेष सचिव से इस संदर्भ में वार्ता भी हुई है।

 

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