Amethi: कांग्रेस ने विनोद उपाध्याय एनकाउंटर पर खड़े किए सवाल, प्रदीप सिंघल बोले- अपराध की आग में जल रहा यूपी
Vinod Upadhyay Encounter: कांग्रेस नेताओं ने विनोद उपाध्याय एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, 'यह एनकाउंटर राजनीतिक विद्वेष और कुंठा के चलते हुआ है'।
Amethi News: कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने सूबे की योगी सरकार बड़ा हमला बोला। उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि, 'पूरा प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है।' उन्होंने NCRB की रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में महिलाओं के प्रति अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने विनोद उपाध्याय एनकाउंटर (Vinod Upadhyay Encounter) पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, यह एनकाउंटर राजनीतिक विद्वेष और कुंठा के चलते हुआ है।
यूपी में जंगलराज, महिलाओं के खिलाफ बढ़े अपराध
केंद्रीय जनसंपर्क कार्यालय गौरीगंज में मंगलवार (09 जनवरी) को कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल व वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश में व्याप्त 'जंगल राज' को लेकर विशेष बैठक की। बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि, 'पूरा प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है। अपराधी बेखौफ होकर प्रतिदिन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। वर्ष 2023 एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में पहले स्थान पर है। इसी रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारत में होने वालों अपराधों में 15 प्रतिशत अपराध उत्तर प्रदेश में होते हैं। हालात कितने बदतर हो गये हैं। इसकी सिर्फ दो बानगी देखिए।'
आईआईटी बीएचयू की घटना पर सरकार को घेरा
प्रदीप सिंघल ने कहा, 'एक प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जहां विगत वर्ष दो नवम्बर को आईआईटी बीएचयू की छात्रा का तीन लड़कों द्वारा जबरन गन प्वांइट पर उसकी नग्न अवस्था का वीडियो बनाया गया एवं दुष्कर्म किया गया। इस मामले में तीन नवम्बर को ही कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बता दिया था, कि इस घटना में भाजपा के लोगों का हाथ है। इस पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई।पांच नवम्बर को सीसीटीवी फुटेज से लड़कों की पहचान कर ली गई। आठ नवम्बर को पीड़िता द्वारा भी उनकी पहचान कर ली गई। आरोपियों की पुष्टि होने के पश्चात भाजपा द्वारा उन्हें मध्य प्रदेश के चुनाव प्रचार में भेज दिया गया।'
'5 राज्यों में चुनाव तो नहीं थी आरोपियों को बचाने की वजह'
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आरोपियों की पहचान होने के बाद भी उनको गिरफ्तार करने में दो महीने क्यों लगे? क्या 5 राज्यों में चुनाव के कारण भाजपा आरोपियों को बचा रही थी? अगर छात्रों और कांग्रेस अध्यक्ष का इतना दबाव न होता तो शायद आरोपित पकडे भी नहीं जाते। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।उन्होंने आगे कहा कि दुर्भाग्य यह है की ये घटना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है।'
विनोद उपाध्याय एनकाउंटर पर सवाल, देंगे ज्ञापन
उन्होंने एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए कहा कि, 'प्रदेश के मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर की है। जहां विनोद उपाध्याय को सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में मार दिया गया। ये बात आईने की तरह साफ है कि गोरखपुर के रहने वाले विनोद उपाध्याय, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पुराने विरोधी रहे हैं। योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद विनोद उपाध्याय पर शिकंजा बढ़ता गया और कमशः उन पर ईनाम की धनराशि भी मामले को गंभीर दिखाने के लिए बढ़ाई गई।यह मुठभेड़ व्यक्तिगत कुंठा और राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित है और योगी सरकार का एक जाति विशेष विरोधी चेहरे को उजागर करती है। कांग्रेस पार्टी इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है।उक्त प्रकरण पर कल 10जनवरी दिन बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे।