Amethi: राजेश अग्रहरि की प्रशासन से मांग, जमीन मामले की हो जांच, दोषियों को मिले सजा
Amethi News: राजेश अग्रहरि ने कहा, 'सरकार द्वारा जो भी जांच हुई है, मैं उसमें निर्दोष पाया गया। सभी रिपोर्ट मेरे पास है। बावजूद हम जिलाधिकारी से आह्वान करते हैं कि मामले का स्वतः संज्ञान लेकर जांच करा लें।'
Amethi News: जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, 'मेरा आर्थिक शोषण करने के लिए मेरे ऊपर जमीन कब्जाने का आरोप लगाया जा रहा है। जबकि पीड़िता की शिकायत पर सरकार ने जांच कर मुझे मामले में क्लीन चिट दी है।
आगे उन्होंने कहा कि, जिस मामले में आज मेरा नाम घसीटा जा रहा है। उस मामले की सरकारी स्तर पर कई बार जांच की गई। हर बार मैं निर्दोष पाया गया। उन्होंने स्वयं जिला अधिकारी को संज्ञान में लेकर मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
राजेश अग्रहरि- मेरे आर्थिक शोषण का प्रयास
राजेश अग्रहरि ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, 'आपको बताना चाहता हूं कि लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व कांग्रेस के अध्यक्ष द्वारा अनर्गल प्रलाप किया गया था। जिसकी जांच में मेरा कोई दोष नहीं पाया गया। सेंट्रल से लेकर प्रदेश तक की जांच में मैं दोष मुक्त पाया गया। जो अपने आप को पीड़िता बता रही है। वह मेरा आर्थिक शोषण करने के लिए कुछ गलत लोगों के चंगुल में फंसी हुई है।'
'हर बार बेदाग होकर निकला हूं'
उन्होंने कहा, 'सरकार द्वारा जो भी जांच हुई है, मैं उसमें निर्दोष पाया गया। सभी रिपोर्ट मेरे पास है। बावजूद हम जिलाधिकारी से आह्वान करते हैं कि मामले का स्वतः संज्ञान लेकर जांच करा लें। यदि मैं दोषी पाया जाऊं तो मेरे खिलाफ कार्यवाही की जाये ।यदि मैं दोषी नहीं हूं। तो सरकार की जिम्मेदारी है कि वह मेरे हितों की रक्षा करे।दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करे।'
क्या है मामला?
आपको बता दें कि, अमेठी कोतवाली क्षेत्र के टिकरी गांव निवासी एक महिला ने आरोप लगाया था कि राजेश अग्रहरि द्वारा उसकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। मामले की शिकायत करके पीड़िता ने कार्यवाही करने की मांग की थी। पीड़िता की शिकायत पर चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच किया गया। सहायक चकबंदी अधिकारी की 15 जून, 2022 और कानूनगो की रिपोर्ट 23 अक्टूबर 2022 में पूरे विवरण का उल्लेख करते हुए बताया गया कि राजेश ने यह जमीन अपने दो बेटों की नाम बैनामा ली थी, उसी पर काबिज है।