BJP Meeting Today: अमित शाह और योगी की मौजूदगी में भाजपा की आज अहम बैठक, निकाय चुनाव को लेकर बनेगी रणनीति
BJP Meeting: विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पार्टी की नजर 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी है। 2024 की सियासी जंग से पहले भाजपा को निकाय चुनाव में भी अपनी ताकत दिखानी है।
Lucknow: प्रदेश में निकाय चुनाव (municipal elections) की सुगबुगाहट के बीच भाजपा मजबूत सियासी रणनीति बनाने में जुट गई है। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पार्टी की नजर 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) पर भी है। 2024 की सियासी जंग से पहले भाजपा को निकाय चुनाव में भी अपनी ताकत दिखानी है। सियासी जानकारों का मानना है कि निकाय चुनाव के नतीजों से भी बड़ा सियासी संदेश निकलेगा।
इसी कारण निकाय चुनावों के लिए मजबूत किलेबंदी की रणनीति बनाई जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) का आज होने वाला वाराणसी दौरा निकाय चुनाव की तैयारियों से जुड़ा हुआ है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अपनी इस यात्रा के दौरान शाह पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके पार्टी की सियासी रणनीति को अंतिम रूप देंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल भी हिस्सा लेंगे।
पूर्वांचल की सियासी नब्ज टटोलेंगे शाह
वाराणसी पहुंचने के बाद गृह मंत्री अमित शाह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बिहार के सिताबदियारा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे। इस कार्यक्रम में बिहार भाजपा के कई अन्य बड़े नेता भी हिस्सा लेंगे। सिताबदियारा से लौटकर गृह मंत्री और मुख्यमंत्री फिर काशी पहुंचेंगे।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि वाराणसी यात्रा के दौरान अमित शाह काशी क्षेत्र के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। इस दौरान वे पूर्वांचल की सियासी नब्ज टटोलने की कोशिश करेंगे।
अल्पसंख्यक बहुल इलाकों पर फोकस
शाह पूर्वांचल की सियासी रणनीति के संबंध में पार्टी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ ही पूर्वांचल के संबंध में फीडबैक भी लेंगे। भाजपा इन दिनों अल्पसंख्यकों के बीच भी पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में 2014 से 2022 के विधानसभा चुनाव के बीच हुए मतदान के आंकड़ों की समीक्षा की जा रही है।
पूर्वांचल की सियासी नब्ज पर अमित शाह की मजबूत पकड़ मानी जाती है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल में पार्टी को मिली कामयाबी के पीछे शाह की रणनीति की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। ऐसे में शाह के वाराणसी दौरे को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।
गुजरात चुनाव में भी लगेगी ड्यूटी
काशी क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान शाह वाराणसी नगर निगम में संभावित प्रत्याशियों के नामों पर भी चर्चा करेंगे। विभिन्न इलाकों के जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए संभावित नामों की सूची तैयार की जा रही है। गुजरात में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के भाजपा नेताओं को भी उतारने की तैयारी है।
शाह की बैठक के दौरान गुजरात के विधानसभा चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश के नेताओं की मदद लेने के संबंध में भी चर्चा होगी। गुजरात चुनाव में वाराणसी के साथ ही पूर्वांचल के अन्य जिलों के पदाधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा। इसके जरिए पार्टी गुजरात में रहने वाले उत्तर भारतीयों के मत हासिल करने की कोशिश में जुटी हुई है।
लाइव प्रसारण देख सकते हैं शाह और योगी
भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि काशी में अपने प्रवास के दौरान गृह मंत्री शाह और मुख्यमंत्री योगी काशी विश्वनाथ धाम में उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण का लाइव प्रसारण देख सकते हैं। काशी के अन्य प्रसिद्ध शिवालयों में भी महाकाल लोक के लोकार्पण का सीधा प्रसारण करने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है।