आनन्द कुमार त्रिपाठीः दिव्यांगजन सेवा राज्यस्तरीय पुरस्कार, सीएम योगी करेंगे सम्मानित
किशोरावस्था में एक दिव्यांग बच्चे के पिता को आनन्द कुमरा त्रिपाठी ने देखा जो अपने बच्चे के कष्ट से व्यथित होकर अपने ही दिव्यांग बच्चे की मृत्यु की कामना कर रहा था। इस घटना की पीड़ा ने उन्हें आजीवन दिव्यांगजनो की सेवा के लिये संकल्पित किया और वह अपने कार्य का विस्तार करते रहेंगे।
लखनऊः दिव्यांगजनों के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में आनन्द कुमार त्रिपाठी का चयन किया गया है। शासन स्तर पर गठित समिति ने राज्य पुरस्कार-2020 के लिए दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में आनंद कुमार त्रिपाठी का चयन किया है। श्री त्रिपाठी को यह पुरस्कार उत्तर-प्रदेश सरकार की तरफ से स्वयं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ प्रदान करेंगे।
आनंद कुमार त्रिपाठी सुभाष चन्द्र त्रिपाठी के बड़े बेटे हैं एवं ग्राम-पैली खास, खलीलाबाद, संतकबीरनगर के निवासी है। वे कुशहरदीन शिक्षा सेवा समिति द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाये जाने वाले 'एहसास डे केयर सेंटर' के निदेशक हैं।
कुशहरदीन शिक्षा सेवा समिति के संरक्षक विजय पाण्डेय ने बताया कि श्री आनंद पिछले 11 वर्षों से जनपद के दिव्यांग बच्चों को शिक्षा एवं थेरेपी आदि के माध्यम से निःशुल्क सेवा प्रदान करते रहे है। उनके कार्यों को संगठित रूप देने के लिये ही एहसास डे केयर सेंटर की स्थापना की गई।
आनन्द कुमार त्रिपाठी यहाँ वह लगभग 300 बच्चों को निःशुल्क शिक्षण-प्रशिक्षण एवं थेरेपी प्रदान करते हैं। सेंटर तक न आ सकने में समर्थ दिव्यांग बच्चों के लिए वे घर घर जाकर भी सेवा कार्य करते हैं। ऐसे घरों की संख्या वर्तमान में 80- 90 के आसपास है।
विजय पाण्डेय ने बताया कि श्री आनन्द कार्य विशुद्ध सेवा भाव से संचालित कर रहे है एवं इसके लिए उन्होंने कभी कोई शुल्क या मानदेय नही लिया और अपनी आजीविका के लिए वे निजी ट्यूशन्स आदि पर निर्भर रहे हैं।
पीड़ा से द्रवित हो आया समर्पण का भाव
आनन्द कुमार त्रिपाठी बताते है कि किशोरावस्था में एक दिव्यांग बच्चे के पिता को उन्होंने देखा जो अपने बच्चे के कष्ट से व्यथित होकर अपने ही दिव्यांग बच्चे की मृत्यु की कामना कर रहा था। इस घटना की पीड़ा ने उन्हें आजीवन दिव्यांगजनो की सेवा के लिये संकल्पित किया और वह अपने कार्य का विस्तार करते रहेंगे।
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उन्होंने अपने कार्यों में सहयोग के लिये संस्था संरक्षक विजय पाण्डेय, दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी प्रियंका यादव, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, सीआरसी गोरखपुर के निदेशक रमेश पाण्डेय को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
संस्था के शिक्षक/शिक्षिकाओं प्रतिमा दुबे, पूर्णिमा मिश्र, पूजा मिश्रा, कन्हैया लाल, अनूप त्रिपाठी, अमित राजपूत, आलोक मिश्रा, रवींद्र कुमार, सूरज त्रिपाठी ने आनन्द कुमार त्रिपाठी को उनके चयन के लिए बधाई दी है।