शामली से बड़ी खबर: किसान ने कृषि कानून पर निकाला गुस्सा, नष्ट की 4 बीघा फसल
किसान ने कृषि कानून विरोध के तहत गुस्से में आकर अपनी चार बीघा अपनी गेहूं की खड़ी फसल को नष्ट कर दिया है। किसान का कहना है कि आगे वह अपनी गन्ने की फसल में आग लगाने की से पीछे नही हटेगा।
शामली। कृषि कानून बिल के विरोध को लेकर एलम के किसान ने गुस्से में आकर अपनी चार बीघा अपनी गेहूं की खड़ी फसल को नष्ट कर दिया है। किसान का कहना है कि आगे वह अपनी गन्ने की फसल में आग लगाने की से पीछे नही हटेगा। मौके पर मौजूद अन्य किसानों ने उसे समझाने का काफी प्रयास किया।
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गेहूं की फसल को नष्ट करना शुरू
नगर पंचायत एलम निवासी किसान देवेन्द्र उर्फ कल्लू पुत्र गोवर्धन ने गांव भनेडा स्थित अपने खेतों पर ट्रैक्टर ट्राली लेकर पहुंचा और अपने गेहूं की फसल को नष्ट करना शुरू कर दिया। जिसे देखकर आस पास काम कर रहे किसान सतबीर सभासद, परमेन्द्र, कुम्भा राम आदि ने उसके पास जाकर उसे समझाने का प्रयास करते हुए फसल को नष्ट करने से रोकने का काफी प्रयास किया।
किन्तु देवेन्द्र ने किसी की बात ना मानते हुए देखते ही देखते अपनी पांच बीघा गेहूं की लहलहाती फसल को ट्रैक्टर के जरिए बर्बाद कर दिया। देवेन्द्र ने बताया कि कृषि कानून बिल के विरोध में उसने अपनी गेहूं की फसल को पूरी तरह से चैपट कर दिया है।
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खड़ी फसल नष्ट
जब तक मोदी सरकार कृषि बिल को वापस नही लेती, तब तक इसी तरह से विरोध करते रहेंगे। किसान का ये भी कहना है कि अभी तो खड़ी फसल नष्ट किया है, यदि जरूरत पड़ी तो वह अपनी गन्ने की फसल को आग के हवाले करने से भी पीछे नही हटेेगा।
केन्द्र सरकार ने किसानों को बर्बाद कर दिया। इस सरकार ने किसानों को बेरोजगार बना दिया है। अब हमारी जमीनों पर निगाह लगाए बैठी है। अगर सरकार ने तीनों काले कानून वापस नही लिए तो वह आगे से अपनी जमीन में फसले बोना बंद कर देगे। किसान देवेन्द्र केन्द्र सरकार को तानाशाह बताते हुए बेहद आक्रोशित है।
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रिपोर्ट- पंकज प्रजापति