छह साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा डिप्टी जेलर अनिल त्यागी का हत्यारा
वाराणसी जिला जेल के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर 25 हजार के इनामिया पंकज गुप्ता आखिरकार 06 साल बाद स्पेशल टास्क फोर्स के हत्थे चढ़ गया। बदमाश पंकज बनारस में एक व्यापारी से रंगदारी लेने आया था।
लखनऊ: वाराणसी जिला जेल के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर 25 हजार के इनामिया पंकज गुप्ता आखिरकार 06 साल बाद स्पेशल टास्क फोर्स के हत्थे चढ़ गया। बदमाश पंकज बनारस में एक व्यापारी से रंगदारी लेने आया था।
एसटीएफ के सीओ विनोद कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि गोपाल गंज (बिहार) निवासी पंकज को पुलिस टीम ने टकटकपुर कैंट के निकट हल्की मुठभेड़ में दबोच लिया। 23 नवम्बर 2013 को अर्दली बाजार स्थित जिम से कसरत कर बाहर आ रहे डिप्टी जेलर अनिल त्यागी पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करके उन्हें मौत की नींद सुला दिया था।
इस मामले की विवेचना में पंकज का नाम सामने आया था। पिछले 06 साल से एसटीएफ पंकज की गिरफ्तारी के लिए हाथ पांव मार रही थी। इन दिनों उसकी लोकेशन मुंबई में मिल रही थी। आज सुबह पंकज मुम्बई से एक व्यापारी से रंगदारी लेने वाराणसी आया था। प्रयागराज एसटीएफ की टीम ने शूटर को दबोच लिया।
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उन्होंने बताया कि इनामी बदमाश ने शातिर अपराधी हैदर की भी हत्या की थी। साथ ही प्रयागराज और मध्य प्रदेश के मैहर थाना क्षेत्र में बैंक से कई लाख की लूट सहित कई घटनाओं में शामिल रहा है। पूछताछ में पंकज ने एसटीएफ को बताया कि वह लूट की वारदात को अंजाम देने के साथ चरस की तस्करी भी करता था।
उसने अपराधी हैदर के साथ मिलकर इलाहाबाद में दो बड़ी बैंक लूट की थी। बदमाश ने बताया कि दालमंडी के विक्की खान व बबलू खान के कहने पर उसने 20 लाख की सुपारी लेकर अपनी प्रेमिका गुड़िया उसके पति राजू सोनकर के साथ मिलकर सोनभद्र जिले में शातिर हैदर की हत्या की थी।